- वनडे और टी20 सीरीज के बाद अब टेस्ट सीरीज की बारी
- टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दिया बड़ा बयान
- क्या भारतीय कप्तान को अभी से कुछ अहसास हो चुका है?
वनडे सीरीज में हार के बाद भारतीय टीम ने टी20 सीरीज जीतकर अपना आत्मविश्वास और हौसला दोबारा हासिल कर लिया है। टीम एक बार फिर पूरे जोश में नजर आ रही है। उधर, टेस्ट के कुछ अन्य खिलाड़ियों ने भी अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे हौसले बुलंद हैं। अब 17 दिसंबर से जब टेस्ट सीरीज का आगाज होगा तो सभी को भारतीय टीम से उसी जोश की उम्मीद होगी जैसा पिछली बार देखने को मिला था जब भारत ने इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया को उसी की जमीन पर टेस्ट सीरीज में रौंद दिया था। हालांकि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दे डाला।
कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया है कि टेस्ट सीरीज में इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम उनकी टीम के सामने काफी मुश्किलें खड़ी करेगी। उन्होंने कहा कि टीम को टेस्ट सीरीज में भी सीमित ओवरों की सीरीज जैसी ही प्रतिस्पर्धा दिखानी होगी। गौरतलब है कि पिछली बार जब भारत ने यहां टेस्ट सीरीज जीती थी तब मेजबान टीम के दो शीर्ष खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर मौजूद नहीं थे जिसको लेकर आज तक चर्चा होती हैं।
'इस बार वो मजबूत हैं'
विराट ने मंगलवार को तीसरे टी20 मैच के बाद कहा, "हमें प्रतिस्पर्धी होना होगा। इस बार वे एक मजबूत टीम है। हमें अपनी तरफ से अधिक प्रतिस्पर्धी होना होगा। हमारा मानना है कि हम इस लय को टेस्ट सीरीज में भी जारी रख सकते हैं।"
अब अधिक अनुशासन की जरूरत
कोहली ने कहा कि आस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करना मुश्किल है, खासकर उनके स्तरीय तेज गेंदबाजों के खिलाफ। उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों से ज्यादा आपको टेस्ट में अधिक अनुशासन दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "हमें टेस्ट में भी उसी प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि बतौर बल्लेबाज आपको टेस्ट में अधिक अनुशासन दिखाने की जरूरत है। लेकिन आपको ऑस्ट्रेलिया में खेलने से पहले यह समझना होगा कि जब भी आप को मौका मिलता है, तो आप वहां रन बना सकते हैं।" भारतीय कप्तान विराट कोहली टेस्ट सीरीज में सिर्फ पहले मैच का हिस्सा होंगे, उसके बाद वो पितृत्व अवकाश पर जा रहे हैं।