- शोएब अख्तर चाहते हैं कि धोनी को मैदान से मिले विदाई
- बीसीसीआई धोनी के लिए आयोजित करे विदाई मैच
- शोएब का दावा पीएम मोदी कर सकते हैं धोनी से टीम में वापसी का अनुरोध
लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से संन्यास वापस लेने और भारत में अगले साल होने वाले टी 20 विश्व कप में खेलने का अनुरोध कर सकते हैं। धोनी ने पिछले सप्ताह ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। वह आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं।
अख्तर ने यूट्यूब चैनल बोल वसीम पर कहा, मुझे लगता है कि वह (धोनी) टी 20 विश्व कप खेल सकते थे। जिस तरह भारत अपने सितारों का सम्मान करता है, उन्हें पहचान देता है, उसे देखते हुए मैं कह सकता हूं कि वे धोनी को टी 20 में जरूर खिलाते। लेकिन यह खिलाड़ी की अपनी पसंद होती है।
उन्होंने कहा, लेकिन फिर वही बात, धोनी सब कुछ जीत चुके हैं। रांची से आए एक खिलाड़ी ने सारे भारत को झूमने पर मजूबर कर दिया और क्या चाहिए। आखिर में यह मायने रखता है कि दुनिया आपको याद करे। और भारत जैसा देश आपको कभी नहीं भूलने देगा।
39 वर्षीय धोनी ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारत ने 2007 में पहला टी 20 विश्व कप जीता था। इसके बाद 2011 में 50 ओवर विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। भारत ने साथ ही 2010 और 2016 का एशिया कप भी धोनी की कप्तानी में जीता था।
अख्तर ने कहा कि धोनी भविष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध पर वापस आ सकते हैं। उन्होंने कहा, आप कुछ कह नहीं सकते, प्रधानमंत्री उन्हें फोन करके टी 20 विश्व कप खेलने का अनुरोध कर दें। यह भी हो सकता है। इमरान खान को जनरल जिया-उल-हक ने 1987 के बाद क्रिकेट न छोड़ने को कहा था, और वह खेले।
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने कहा, आप प्रधानमंत्री को ना नहीं कह सकते। मुझे लगता है कि भारत के प्रधानमंत्री को उन्हें 2021 टी 20 विश्व कप में भारत का नेतृत्व करने का अनुरोध करना चाहिए।
रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर अख्तर ने कहा कि भारत को धोनी को एक फेयरवेल देना चाहिए। 45 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने कहा, भारत धोनी को एक फेयरवेल मैच देने के लिए तैयार हो जाएगा, मेरा यकीन करें। अगर वह खुद नहीं चाहते हैं, तो यह अलग बात है, लेकिन भारत तैयार होगा।