- वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज शिवनारायण चंद्रपॉल जम गए थे क्रीज पर
- पूरी सीरीज में 1051 गेंद तक भारतीय टीम नहीं कर सकी थी आउट
- भारत-वेस्टइंडीज 2002 सीरीज की है बात
Shivnarine Chanderpaul: टेस्ट क्रिकेट में ऐसे कई बल्लेबाज हुए जो एक बार क्रीज पर जमने के बाद अंगद के पैर की तरह साबित होते हैं, जिनको आउट करना तो दूर, गेंदबाज हिला-डुला भी नहीं सकते हैं। ऐसे कई बल्लेबाज हुए हैं, जो क्रीज पर इस तरह से जम जाते हैं, मानो वहीं पर घर कर लिया हो। जिसमें सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़, रिकी पोंटिंग, ब्रायन लारा, जैक कालिस, वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और ना जाने कितने ही बल्लेबाज हुए हैं। ये विश्व क्रिकेट के वो बल्लेबाज हैं, जिनकी बल्लेबाजी में रियल टेस्ट क्रिकेट नजर आता था।
जब शिवनारायण चंद्रपॉल को 1000 से ज्यादा गेंद में भी नहीं आउट कर सके गेंदबाज
ऐसा ही कुछ वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल भी किया करते थे। शिवनारायण चंद्रपॉल भी बल्लेबाजी करने आते और एक बार क्रीज पर जमने के बाद गेंदबाजों की खूब परीक्षा लेते थे। शिवनारायण चंद्रपॉल को वेस्टइंडीज के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाजों में गिना जाता है।
विंडीज के इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपने करियर में कई शानदार पारियां खेली हैं, जिसमें एक बार तो भारतीय टीम के खिलाफ उन्होंने कुछ ऐसी बल्लेबाजी की, जहां उन्हें आउट करना चुनौती बन गया था। भारतीय टीम के गेंदबाज टेस्ट सीरीज में चन्द्रपॉल को 1 हजार से ज्यादा गेंद तक आउट नहीं कर सके थे।
भारत के खिलाफ 2002 की बिना आउट हुए खेली थी 1051 गेंद
भारतीय क्रिकेट टीम साल 2002 में वेस्टइंडीज के दौरे पर थी, जहां दोनों ही टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। इस टेस्ट सीरीज शिवनारायण चंद्रपॉल ने भारतीय गेंदबाजों को खूब छकाया। जहां उन्होंने सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा 562 रन बनाए।
शिवनारायण चंद्रपॉल ने इस पूरी सीरीज में 1477 गेंदों का सामना किया, जिसमें बीच में ऐसा मौका आया, जब उन्होंने 1051 गेंद तक अपना विकेट भारतीय गेंदबाजों को नहीं दिया। भारत के दिग्गज अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, आशिष नेहरा, जहीर खान और हरभजन सिंह जैसे गेंदबाज शिवनारायण चंद्रपॉल को 1051 गेंद तक आउट नहीं कर सके थे।
इस टेस्ट सीरीज की बात करें तो वेस्टइंडीज ने 5 मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया था। जिसमें 2 टेस्ट मैच ड्रॉ के रूप में खत्म हुए थे।