- भारत ने लॉर्डस में खेले गए सीरीज के तीसरे वनडे में दी इंग्लैंड को पटखनी
- हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम ने सीरीज पर 3-0 से किया कब्जा
- झूलन गोस्वामी की ऐतिहासिक सीरीज जीत के साथ हुई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदाई, आखिरी मैच में झटके 2 विकेट
लंदन: हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को लॉर्ड्स में खेले गए तीन मैच की सीरीज के तीसरे और आखिरी मुकाबले में 16 रन से मात देकर झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई दी। इस मुकाबले में जीत के साथ ही भारत ने सीरीज पर 3-0 से कब्जा कर लिया और मेजबान टीम का सूपड़ा साफ हो गया। जीत के लिए मिले 170 रन के लक्ष्य को हासिल करने उतरी मेजबान इंग्लैंड की टीम 43.4 ओवर में 153 रन पर ढेर हो गई।
माकंडिंग के जरिए मिली जीत
भारत को आखिरी विकेट दीप्ति शर्मा की चालाकी से मिला। इंग्लैंड को जीत की ओर ले जा रहीं चार्ली डीन को गेंद डालने से पहले मांकड के जरिए रन आउट कर दिया। नियमों में बदलाव के बाद आईसीसी ने इस तरह खिलाड़ी को आउट करने पर सहमति दे दी है। ऐसे में बड़े ही नाटकीय ढंग से मैच और सीरीज का अंत हुआ। डीन ने भारतीय टीम के सामने हार का खतरा खड़ा कर दिया था। उन्होंने 80 गेंद में 47 रन की पारी खेली और रन आउट हुईं।
लो स्कोरिंग मुकाबले में भारत की जीत की स्टार दीप्ति शर्मा और रेणुका ठाकुर रहीं। दीप्ति ने गेंद और बल्ले दोनों से धमाल मचाया। दीप्ति ने पहले 68 रन की नाबाद पारी खेली और गेंदबाजी में 1 विकेट हासिल किया। रेणुका ठाकुर ने 29 रन देकर 4 विकेट झटके। वहीं झूलन गोस्वामी ने 30 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। राजेश्वरी गायकवाड़ के खाते में 2 विकेट आए।
169 रन पर ढेर हुई टीम इंडिया
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 45.4 ओवर में 169 रन बनाकर ढेर हो गई। विकेटों की पतझड़ के बीच सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 50 और दीप्ति शर्मा ने नाबाद 68 रन की पारी खेली। भारतीय टीम के आठ खिलाड़ी तो दो अंक के आंकड़े को भी नहीं छू पाए। पांच खिलाड़ी तो खाता खोले बगैर वापस पवेलियन लौट गईं। जिसमें विदाई मैच खेल रहीं झूलन गोस्वामी भी शामिल थीं।
केट क्रॉस ने झटके सबसे ज्यादा विकेट
इंग्लैंड के लिए केट क्रॉस सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने 26 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। वहीं फ्रेया केंप और सोफी एक्लेस्टोन ने 2-2 और फ्रेया डेविस, चार्ली डीन ने 1-1 सफलता हासिल की।
29 रन पर भारत ने गंवा दिए थे 4 विकेट
खराब शुरुआत के बाद भारतीय टीम ने 8.4 ओवर में 29 के स्कोर पर 4 विकेट गंवा दिए थे। शफाली वर्मा(0), यस्तिका भाटिया(0), कप्तान हरमनप्रीत कौर(4) और हरलीन देओल(3) पवेलियन लौट चुकी थीं। ऐसे में फॉर्म में चल रहीं सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक छोर संभाला और दूसरी ओर से उन्हें दीप्ति शर्मा का साथ मिला। दोनों ने मिलकर टीम को 87 रन के स्कोर तक पहुंचाया। दोनों के बीच 58 (88) रन की साझेदारी हुई।
मंधाना ने जड़ा एक और अर्धशतक
इसी दौरान स्मृति मंधाना ने अपना अर्धशतक 77 गेंद में 5 चौकों की मदद से पूरा किया। लेकिन इसके दो गेंद बाद ही वो भी क्रॉस की गेंद पर बोल्ड हो गईं। उन्होंने 79 गेंद में 50 रन की पारी खेली। मंधाना के आउट होने के बाद एक छोर दीप्ति शर्मा ने संभाला और अपना अर्धशतक 78 गेंद में 6 चौके के साथ पूरा किया।
दीप्ति ने पहुंचाया 150 रन के पार, 68 रन पर रहीं नाबाद
दीप्ति ने दो सातवें विकेट के लिए पूजा वस्त्राकर के साथ 40 (63) रन की साझेदारी करके भारत को 150 रन के पार पहुंचाया। पूजा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आईं झूलन गोस्वामी पहली ही गेंद पर बोल्ड हो गईं। इसके बाद जल्दी जल्दी दो विकेट इंग्लैंड ने चटकाए और पूरा टीम 169 रन पर ढेर हो गई। दीप्ति 68 रन बनाकर नाबाद रहीं।
आठवें ओवर में मिली भारत को पहली सफलता
169 रन के लक्ष्य का बचाव करने उतरी भारतीय टीम को पहली सफलता आठवें ओवर में मिली। रेणुका ठाकुर ने पहली सफलता एमा लैम्ब के रूप में दिलाई। वो 29 गेंद में 21 रन बनाकर स्टंपिंग हो गईं। इसके बाद इंग्लैंड के विकेटों की झड़ी लग गई। रेणुका ने देखते देखते टैमी बेमाउन्ट(8) और सोफिया डंक्ले(7) को बोल्ड कर दिया। वहीं झूलन गोस्वामी नें एलिस कैप्सी(5) को हरलीन के हाथों कैच कराकर अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किया।
आठवें विकेट के लिए करना पड़ा लंबा इंतजार
43 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड की टीम बैकफुट पर नजर आने लगी। इसके बाद एक छोर कप्तान एमी जोस ने एक छोर संभाले रखा। लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते गए और इंग्लैंड का स्कोर 65 रन पर 7 विकेट हो गया। आठवें विकेट के लिए भारतीय टीम को लंबा इंतजार करना पड़ा। जोन्स और डीन ने आठवें विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी करके 100 रन के पार पहुंचा दिया। लेकिन 103 रन के स्कोर पर कप्तान एमी जोन्स(28) को रेणुका ने हरलीन के हाथों कैच कराकर चलता कर दिया।
झूलन ने विदाई मैच में झटके 2 विकेट
झूलन गोस्वामी ने अपने स्पेल के आखिरी ओवर में केट क्रास को बोल्ड करके अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत किया। झूलन ने 10 ओवर में 30 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान 3 ओवर मेडन डाले। इसके साथ ही झूलन के वनडे क्रिकेट में विकेटों की संख्या 255 तक पहुंच गई।
अंत तक संघर्ष करती रहीं चार्ली डीन
चार्ली डीन अंत तक भारत की कसी हुई गेंदबाजी के सामने संघर्ष करती रहीं उन्होंने 32 रन