- इंग्लैंड बनाम आयरलैंड, तीसरा वनडे, साउथैम्पटन
- इयोन मोर्गन की कप्तानी पारी बेकार, स्टर्लिंग और बलबर्नी के शतकों ने किया कमाल
- आयरलैंड ने विश्व चैंपियन इंग्लिश टीम को हराया, सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से जीता
साउथैम्पटन: इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले गए वनडे सीरीज के तीसरे व आखिरी मुकाबले में विश्व चैंपियन इंग्लिश टीम को लंबे समय बाद उलटफेर का शिकार होना पड़ा। आयरलैंड ने 9 साल इतिहास को दोहराते हुए इंग्लैंड को मात दे दी। इस मैच में आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था। इंग्लैंड ने अपने कप्तान इयोन मोर्गन के शानदार शतक के दम पर 49.5 ओवर में स्कोर 328 रन तक पहुंचा दिया। जवाब में उतरी आयरलैंड की टीम ने पॉल स्टर्लिंग और कप्तान एंडी बलबर्नी के शतकों के दम पर 49.5 ओवर में 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मैच में 3 शतक लगे, 2 पचासे लगे और दोनों टीमों के रन मिलाकर 657 रन बने। इसके साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज के पहले दो मैचों में मिली जीत के आधार पर सीरीज 2-1 से जीती।
दोनों टीमों ने किए थे बदलाव
इस मैच के लिए दोनों टीमों ने एक-एक बदलाव किया था। आयरलैंड ने सिमी सिंह की जगह मार्क अडयार को टीम में मौका दिया जबकि टॉम कुरैन की इंग्लैंड टीम में वापसी हुई है और रीसे टॉप्ले को वापस जाना पड़ा।
मोर्गन का धमाल
पहले बैटिंग करने उतरी मेजबान इंग्लैंड की टीम ने अपने शुरुआती तीन विकेट 44 रन के अंदर गंवा दिए थे। उनकी पारी लड़खड़ाती नजर आ रही थी, लेकिन फिर कप्तान इयोन मोर्गन ने धुआंधार शतक जड़कर अपनी टीम को वापस गेम में ला दिया। मोर्गन ने 84 गेंदों में 106 रनों की शानदार पारी खेली जिसमें 15 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उन्होंने इस दौरान धोनी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी कप्तान द्वारा सर्वाधिक छक्कों का खास रिकॉर्ड भी तोड़ डाला।
बैनटन और विली भी गरजे - 2 अर्धशतक
इसके अलावा इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज टॉम बैनटन ने 51 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली जबकि आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए ऑलराउंडर डेविड विली ने भी अर्धशतक जड़ दिया। पहले मुकाबले में 5 विकेट लेकर अपनी गेंदबाजी का दम दिखाने वाले डेविड विली ने इस बार बल्ले का जोर दिखाया। उन्होंने 42 गेंदों में 51 रनों की तेज पारी खेली जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। उनके अलावा टॉम कुरेन ने भी अंतिम ओवरों में 54 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेली जिससे ऑलआउट होने से पहले एक गेंद शेष रहते इंग्लैंड ने 328 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया। इस दौरान आयरलैंड की तरफ से क्रेग यंग ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए, लिटिल और कैम्फर ने 2-2 विकेट जबकि एडयर और डेलानी ने 1-1 विकेट हासिल किया।
आयरलैंड को 50 पर पहला झटका
जवाब में उतरी आयरलैंड की टीम की शुरुआत अच्छी रही और 50 रन तक उन्होंने कोई विकेट नहीं गंवाया। पचास के स्कोर पर गेरेथ डेलानी (12) को डेविड विली ने बोल्ड करके इंग्लैंड को पहली सफलता दिला दी। लेकिन इसके बाद आयरलैंड की तरफ से दूसरे विकेट के लिए पॉल स्टर्लिंग और कप्तान एंडी बलबर्नी के बीच बेहतरीन साझेदारी शुरू हुई।
स्टर्लिंग और बलबर्नी ने किया कमाल - 2 शतक
ओपनर पॉल स्टर्लिंग और कप्तान एंडी बलबर्नी ने दूसरे विकेट के लिए 214 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी को अंजाम दिया। पॉल स्टर्लिंग ने 128 गेंदों पर 142 रनों की लाजवाब पारी खेली जिसमें 6 छक्के और 9 चौके शामिल थे। वहीं एंडी बलबर्नी ने 112 गेंदों में 113 रनों की पारी खेली जिसमें 12 चौके शामिल थे। इन दोनों के विकेट गिरने तक आयरलैंड की टीम 3 विकेट पर 279 रन बना चुकी थी। इसके बाद टेक्टर और केविन ओ'ब्रायन टीम को अंतिम ओवर तक ले गए।
अंतिम ओवर का रोमांच और 2011 वाली यादें
अंतिम ओवर में आयरलैंड को 6 गेंदों पर 8 रन चाहिए थे। आयरलैंड के 20 वर्षीय बल्लेबाज टेक्टर और सबसे अनुभवी बल्लेबाज केविन ओ'ब्रायन धीरे-धीरे स्कोर को आगे ले गए। अंत में 2 गेंदों पर जीत के लिए 1 रन चाहिए था जिस एक रन को केविन ओ'ब्रायन ने अपने बल्ले से पूरा किया। जी हां, वही केविन ओ'ब्रायन जो 2011 वाले मैच में अंत तक नहीं टिक पाए थे।
दरअसल, भारत में खेले गए 2011 वनडे विश्व कप में भी आयरलैंड ने इंग्लैंड को हराया था। उस दिन भी इंग्लैंड ने तकरीबन यही स्कोर बनाया था। इंग्लैंड ने उस मैच में 327 रन बनाए थे और आयरलैंड ने लक्ष्य हासिल कर लिया था। उस दिन केविन ओ'ब्रायन ने उतने ही रन बनाए थे जितने आज एंडी बलबर्नी (113 रन) ने बनाए। लेकिन उस दिन केविन रन आउट हो गए थे जबकि आज वो मैच जिताकर ही लौटे। आयरलैंड ने पिछले 9 साल में टॉप वनडे टीमों में सिर्फ इंग्लैंड को 2011 में हराया था और आज भी इंग्लैंड को ही हराया। (ये भी पढ़ेंः आदिल राशिद ने बनाया विकेटों का खास रिकॉर्ड)