- पाकिस्तान का इंग्लैंड दौरा 2020
- इंग्लैंड बनाम पाकिस्तान पहला टेस्ट मैच, मैनचेस्टर
- दोनों टीमों के खिलाड़ियों के सामने कोरोना काल की सबसे बड़ी चुनौती
मैनचेस्टर, 4 अगस्त 2020ः कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। पिछले पांच महीनों से दुनिया भर में जो स्थिति बनी हुई है वैसा नजारा पहले नहीं देखा गया। लॉकडाउन, अनलॉक, संक्रमण का खौफ और समाज से पूरी तरह कट जाना..यही कुछ चीजें रही हैं जिनका पिछले कुछ महीनों से अनुभव किया गया है। क्रिकेट जगत पर भी इसका गहरा असर पड़ा। बेशक इंग्लैंड ने शानदार इंतजाम करके बायो बबल (जैव सुरक्षित माहौल) बनाने का काम किया जिसकी वजह से इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज और इंग्लैंड-आयरलैंड वनडे सीरीज मुमकिन हो सकी। अब बारी इंग्लैंड-पाकिस्तान सीरीज की है और ऐसी स्थिति में सफलता की सबसे अहम कुंजी व मंत्र एक ही नजर आ रहा है।
कप्तान होल्डर ने चेताया
कोरोना वायरस महामारी के बीच जैव सुरक्षित माहौल में खेलना आसान नहीं और ऐसे में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच बुधवार से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में मानसिक रूप से तरोताजा रहना ही सफलता की कुंजी साबित होगा। हाल ही में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के जरिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हुआ। वेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा कि सात सप्ताह तक टीम सिर्फ होटल और क्रिकेट मैदान तक सिमटी रही और यह मानसिक रूप से काफी मुश्किल था।
कोच मिस्बाह ने भी इसको माना सबसे बड़ी चुनौती
पाकिस्तान पिछले पांच सप्ताह से इस माहौल के अनुकूल खुद को ढालने की कोशिश में जुटा है। कोच मिसबाह उल हक ने स्वीकार किया कि तरोताजा बने रहना ही सफलता की कुंजी होगी और बड़ी चुनौती भी। उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई फिट है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट अलग है। मैदान पर आने के बाद कई बार दबाव बन जाता है लेकिन हम मानसिक रूप से तरोताजा रहने की कोशिश करेंगे। पूरी सीरीज में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते रहेंगे।’
इन पाकिस्तानी खिलाड़ियों से उनके फैंस को उम्मीदें
पाकिस्तानी टीम से इंग्लैंड को कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है ।उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण बेहतरीन है और स्पिनर भी आला दर्जे के हैं ।पाकिस्तान यासिर शाह और शादाब खान के रूप में दो स्पिनर उतार सकता है। वहीं बल्लेबाजी में सभी की नजरें बाबर आजम पर लगी होगी जिसने 2018 से अब तक टेस्ट क्रिकेट में 65 से अधिक की औसत से रन बनाये हैं। इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज श्रृंखला के बाद अपने खिलाड़ियों को कुछ दिन का ब्रेक दिया था । क्रिस वोक्स का कहना है कि वह ब्रेक काफी मददगार साबित हुआ।