- इरफान पठान ने भारत-पाक के बीच 2007 वर्ल्ड टी20 बॉल आउट मैच की बात की
- भारत ने ग्रुप चरण में बॉल आउट मैच में पाकिस्तान को मात दी
- इरफान पठान ने कहा कि पाकिस्तानियों को कुछ पता नहीं था जबकि भारतीय टीम तैयार थी
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 वर्ल्ड टी20 के ग्रुप चरण मैच का नतीजा बॉल आउट के जरिये निकला था, जो क्रिकेट फैंस को आज भी अच्छे से याद है। सुपर ओवर का तब परिचय नहीं हुआ था और अगर कोई मैच टाई हो जाए तो उसका नतीजा बॉल आउट के जरिये होता था। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला टाई हुआ, जिसके बाद मैच का परिणाम बॉल आउट के जरिये हुआ।
भारतीय टीम ने ग्रुप डी के मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करके 141 रन का स्कोर बनाया। भारत की तरफ से रॉबिन उथप्पा ने अर्धशतक जमाया जबकि कप्तान एमएस धोनी ने 33 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान ने मिस्बाह उल हक के अर्धशतक की मदद से इतना ही स्कोर बनाया। नियमित समय में यह मुकाबला टाई पर समाप्त हुआ और फिर नतीजा बॉल आउट के जरिये निकला।
हमारी बेहतरीन तैयारी थी: पठान
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने हाल ही में याद किया कि कैसे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को कोई जानकारी ही नहीं थी कि बॉल आउट में क्या करना है और स्टंप्स पर गेंद कैसे मारना है। पाकिस्तानी कप्तान शोएब मलिक ने तो प्रेस कांफ्रेंस में स्वीकार भी किया था कि उन्हें इस बात की उलझन थी कि स्टंप्स पर कैसे गेंद मारना है। भारत की तरफ से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने स्टंप्स पर सटीक निशाना साधा था।
इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर बातचीत करते हुए कहा, 'पाकिस्तानी कप्तान शोएब मलिक ने माना भी कि उन्हें नहीं पता था कि बॉल आउट में क्या करना है। इसलिए जब बॉल आउट का समय आया, तो उन्हें पता ही नहीं था कि गेंद पूरा रनअप लेकर डालना है या आधे रनअप से। वहीं हम पूरी तरह तैयार थे और नतीजा साफ था कि दोनों टीमों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा ही नहीं है। वो बहुत रोमांचक मुकाबला था और दोनों ही टीमों ने कड़ी मेहनत की थी। मगर जब मुकाबला बॉल आउट में पहुंचा तो पूरी बाजी भारत के पक्ष में आई।'
बॉल आउट की क्या थी रणनीति
इससे पहले रॉबिन उथप्पा ने खुलासा किया था कि कैसे एमएस धोनी ने बॉल आउट की रणनीति तैयार की थी। भारतीय टीम हर ट्रेनिंग सेशन में इसका अभ्यास करती थी। धोनी बॉल आउट के समय स्टंप्स के पीछे जाकर बैठते थे, जिससे गेंदबाजों के लिए स्टंप पर गेंद मारना आसान था। वहीं कामरान अकमल अपनी नियमित जगह पर खड़े थे।
उथप्पा ने कहा था, 'बॉल आउट में पाकिस्तान का प्रदर्शन देखेंगे तो पाएंगे कि उन्हें इसका अभ्यास नहीं था। एमएस ने कामरान से अलग एक चीज की थी कि वह स्टंप्स के पीछे जाकर बैठ गए थे। वहीं अन्य विकेटकीपर स्टंप्स के पीछे बैठने के बजाय अपनी नियमित जगह पर जाकर खड़े हुए। एमएस धोनी ने एकदम सही किया। गेंदबाजों को आसानी हो गई कि उन्हें एमएस धोनी को गेंद डालनी है। हमने वैसा ही किया और बॉल आउट में आसानी से जीत दर्ज की।'