- भारत बनाम इंग्लैंड, टेस्ट सीरीज
- ईशांत शर्मा ने झटके 300 विकेट
- रिकॉर्ड बनाने के बाद भावुक हुई ईशांत शर्मा
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने अपने करियर में कई मोड़ देखे हैं। कभी उन्हें लंबे समय तक टीम से बाहर बैठना पड़ा। कभी चोटों की वजह से वो क्रिकेट से दूर रहने पर मजबूर हुए तो कभी उन्हें सीमित ओवर क्रिकेट टीम से बाहर रखने का फैसला ले लिया गया। हालांकि तमाम दिक्कतों के बावजूद जो भी उनके हाथ में रहा, वो उसके लिए जमकर मेहनत करते रहे और आखिरकार उन्हें टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट का आंकड़ा छू लिया। जब सोमवार को ईशांत ने ये सफलता हासिल की तो उसके बाद वो भावुक नजर आए।
अनुभवी पेसर ईशांत शर्मा ने चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, "जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। मुझे काफी अनुभव मिला। कई मेंटर मिले जिन्होंने मुझे भारतीय जमीन पर तथा विदेशी जमीन किस तरह गेंदबाजी करनी है वो सिखाया है। घरेलू क्रिकेट में चार ओवर गेंदबाजी करने के बाद पिछले तीन-चार दिनों के अंदर 35 ओवर गेंदबाजी करने से मुझे थोड़ी दिक्कत हुई।"
300 विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय पेसर
इशांत भारत की ओर से 300 विकेट लेने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन गए। इशांत ने यह उपलब्धि इंग्लैंड की दूसरी पारी में डेनियल लॉरेंस को पगबाधा आउट कर हासिल की। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य दिया है और दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया एक विकेट खोकर 39 रन बना चुकी है तथा उसे यह मुकाबला जीतने के लिए एक दिन में 381 रन बनाने हैं।
ढाका में 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने वाले इशांत के अलावा भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने टेस्ट मैचों में 300 विकेट लिए हैं। इनके अलावा ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के नाम भी टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड है।
हम जीत सकते हैं
ईशांत ने कहा, "अगर हम पांचवें दिन अच्छी शुरुआत करते हैं तो लक्ष्य हासिल कर सकते हैं क्योंकि टीम का बल्लेबाजी क्रम मजबूत है और निडर है। हालांकि, इसके लिए जरुरी है कि हम नौ विकेट पर ध्यान नहीं देकर 381 रन पर ध्यान केंद्रित करें। पहले दो दिन पिच तेज गेंदबाजों और स्पिन की मदद नहीं कर रही थी और ऐसा लग रहा था कि हम सड़क पर खेल रहे हैं। लेकिन चौथे दिन पिच में टर्न आया।"
ईशांत ने 300 विकेट का ये मुकाम अपने 98वें टेस्ट मुकाबले में हासिल किया। उनसे पहले अश्विन (54 मैच) कुंबले (66 ), हरभजन (72), कपिल (83) और जहीर ने (89) मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी। इशांत ने भारत के लिए 80 वनडे और 14 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उन्होंने क्रमश: 115 और आठ विकेट झटके हैं।