- इशांत शर्मा ने रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला किया
- इशांत शर्मा ने डीडीसीए अध्यक्ष को अपने फैसले से अवगत कराया
- इशांत शर्मा के टेस्ट करियर पर अनिश्चित्ता के बादल मंडरा रहे हैं
नई दिल्ली: अरुण जेटली स्टेडियम पर बुधवार का दिन काफी नाटकीय गुजरा। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने अधिकारी, कोच और चयनकर्ताओं के साथ रणजी ट्रॉफी की चयन बैठक के लिए परिसर में आखिरी घंटे तक इंतजार किया कि इशांत शर्मा का फैसला क्या है। पिछले कुछ दिनों से इशांत शर्मा से संपर्क नहीं हो पा रहा था। बैठक शुरू होने से चंद मिनट पहले डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली का संपर्क इशांत से हुआ और तेज गेंदबाज ने सूचित किया कि वो रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलना चाहते हैं।
इशांत शर्मा ने करीब 10 दिन पहले टीम प्रबंधन के एक सदस्य से कहा था कि वो रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इशांत शर्मा का यह फैसला तब आया जब भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में बदलाव के दौर से गुजरने को तैयार है। जानकारी मिली है कि टीम प्रबंधन ने चार सीनियर खिलाड़ियों ऋद्धिमान साहा, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा को बाहर करने के संकेत दे दिए हैं। साहा ने कैब को बता दिया है कि वह रणजी ट्रॉफी के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। डीडीसीए टीम चयन से पहले इशांत शर्मा का फैसला सुनना चाहती थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साहा और इशांत दोनों से टीम प्रबंधन और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने उनके भविष्य के बारे में बातचीत की है। बीसीसीआई सूत्र ने कहा, 'उन्हें बता दिया गया है कि टीम प्रबंधन अगली पंक्ति के खिलाड़ियों को बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। इन दोनों का टेस्ट खेलना मुश्किल हो गया है।' 33 साल के इशांत शर्मा को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर एक भी टेस्ट में मौका नहीं मिला था। उन्होंने दिल्ली के रणजी ट्रॉफी शिविर में भी हिस्सा नहीं लिया था। ऋषभ पंत को विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद माना गया, जिसके चलते साहा को मैच मिलने के मौके भी समाप्त हो चुके हैं।
इशांत की जगह कौन?
भारतीय टीम प्रबंधन खेल के सबसे लंबे प्रारूप में प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और नवदीप सैनी को तैयार करने की फिराक में है, जो इशांत शर्मा की जगह लेंगे। वहीं रहाणे और पुजारा के करियर पर भी नोटिस टंगा हुआ है। ये भले ही घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाए, लेकिन टेस्ट टीम में इनकी जगह बरकरार रखना मुश्किल है। यह भी बताया गया है कि भारतीय टीम केएस भरत को बैकअप विकेटकीपर के रूप में तैयार करना चाह रही है। भारतीय टीम को अगले महीने घर में श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने है और ऐसे में टीम में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
यश धुल को मिला मौका
भारतीय अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान यश धुल को रणजी ट्रॉफी के लिए दिल्ली टीम में शामिल किया गया है। धुल के बुधवार को दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है और वह गुरुवार की सुबह गुवाहाटी में टीम से जुड़ेंगे। दिल्ली का मिडिल ऑर्डर अनुभवी बल्लेबाजों से भरा है, लेकिन चयनकर्ता और टीम प्रबंधन उन्हें ओपनिंग पर उतारने से नहीं कतराएंगे।