- ईशांत शर्मा ने दिल की बातें सामने रखीं
- अनुभवी तेज गेंदबाज ने बताया किस भारतीय कप्तान ने उनको बेहतर समझा
- भारत-इंग्लैंड चौथे टेस्ट की तैयारी में जुटे हैं ईशांत शर्मा
अहमदाबादः कपिल देव के बाद सौ टेस्ट खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बनने की दहलीज पर खड़े ईशांत शर्मा ने कहा कि उनका टेस्ट कैरियर इतना लंबा इसलिये ही हो सका कि वह समझते थे कि कप्तान उनसे क्या चाहते हैं। ईशांत ने बांग्लादेश के खिलाफ 18 वर्ष की उम्र में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद वह अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेले ।
कौन सा कप्तान उन्हें सबसे अच्छी तरह से समझ सका, यह पूछने पर उन्होंने क्या जवाब दिया, आइए जानते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में ईशांत से जब ये पूछा गया कि कौन सा कप्तान उन्हें सबसे अच्छी तरह समझ सका, तो उन्होंने कहा ,‘‘ये कहना मुश्किल है कि कौन मुझे सबसे अच्छा समझ सका लेकिन सभी मुझे अच्छे से समझते थे । कप्तान मुझे कितना समझते हैं, उससे ज्यादा जरूरी है कि मैं कप्तान को कितना समझता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी महत्वपूर्ण है कि कप्तान मुझसे क्या चाहते हैं । यह स्पष्ट होने पर संवाद आसान हो जाता है।’’
क्या कपिल देव का रिकॉर्ड जेहन में है?
क्या कपिल देव का 131 टेस्ट का रिकार्ड उनके जेहन में है, यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘131 में समय लगेगा। मैं फिलहाल विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के बारे में ही सोच रहा हूं । यह मेरा विश्व कप है और इसे जीतकर वनडे विश्व कप जीतने वाला ही अनुभव होगा।’’
पहले रिकवरी पर ध्यान नहीं देता था
इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन 38 वर्ष की उम्र में खेल रहे हैं, क्या वह भी ऐसा कर सकते हैं , यह पूछने पर ईशांत ने कहा, ‘‘38। मैं एक समय में एक मैच के बारे में ही सोचता हूं। आपको पता नहीं होता कि आगे क्या हो । अब मैं रिकवरी को लेकर अधिक पेशेवर हूं । पहले बहुत अभ्यास करता था लेकिन रिकवरी पर ध्यान नहीं देता था। उम्र के साथ शरीर का ध्यान रखना जरूरी है।’’