कोलकाता: महेंद्र सिंह धोनी के उदय के बाद झारखंड का क्रिकेट किसी पहचान का मोहताज नहीं रह गया है। धोनी की धरती से एक-एक करके कई युवा क्रिकेट खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट में आ रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। इस सूची में एक नया नाम 17 साल के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र का जुड़ गया है।
तोड़ा मियांदाद का वर्ल्ड रिकॉर्ड
कुमार कुशाग्र ने रविवार को झारखंड की ओर से खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में नागालैंड के खिलाफ कोलकाता में प्रिलिमनरी क्वार्टर फाइनल में 266 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया। वो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे कम उम्र में 250 रन से ज्यादा की पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इस मामल में उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज जावेद मियांदाद को पीछे छोड़ दिया।
तिहरा शतक जड़ने वाला सबसे युवा बनने से चूके
कुमार कुशाग्र ने 17 साल 141 दिन की उम्र में नागालैंड के खिलाफ 269 गेंद में 266 रन की धमाकेदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 37 चौके और 2 छक्के जड़े। इसके साथ ही उन्होंने जावेद मियांदाद के 47 साल पुराने वर्ल्ड रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया। मियांदाद ने साल 1975 में 17 साल 311 दिन की उम्र में कराची किंग्स की और से खेलते हुए नेशनल बैंक के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था। अगर कुशाग्र अपना तिहरा शतक पूरा कर लेते तो वो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के बल्लेबाज भी बन जाते।
झारखंड के लिए खेली रणजी में दूसरी सबसे बड़ी पारी
रणजी ट्रॉफी में ये रिकॉर्ड झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के नाम दर्ज था। ईशान किशन ने साल 2016 में दिल्ली के खिलाफ 18 साल 111 दिन की उम्र में 273 रन की पारी खेली थी।
अपनी इस पारी के दौरान कुमार कुशाग्र झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड तोड़ने से 8 रन के अंतर से चूक गए। ये रिकॉर्ड ईशान किशन के नाम दर्ज था। संयोग से दोनों छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और दोनों ही विकेटकीपर हैं। ईशान किशन ने 273 रन की पारी खेलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। वहीं कुशाग्र केवल 266 रन बना सके।