- महेंद्र सिंह धोनी का चर्चित रन आउट
- विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में हुए थे रन आउट, भारत को मिली थी हार
- जिमी नीशम ने फैन के सवाल का जवाब दिया
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के नए बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की पहली पारी में दोहरा शतक जड़कर सबको दंग कर दिया है। इस ओपनर ने अपने पहले टेस्ट में 200 रनों की पारी खेली और वो अंतिम विकेट के रूप में पवेलियन लौटे। उन्होंने छक्के के साथ अपना दोहरा शतक पूरा किया और उसके बाद वो रन आउट हो गए जिसके साथ ही न्यूजीलैंड की पारी भी 378 रन पर सिमट गई। उनके रन आउट के बाद न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर जिमी नीशम ने ट्विटर पर एक मीम शेयर किया। उसके बाद एक फैन ने उनसे धोनी से जुड़ा सवाल पूछ लिया
डेवोन कॉनवे की शानदार पारी के बाद सोशल मीडिया पर जमकर हलचल मची। तमाम दिग्गज इस नए क्रिकेटर की तारीफें करते नहीं थक रहे थे। एक ओपनर के तौर पर इस बल्लेबाज ने कई बड़े रिकॉर्ड भी बना डाले थे। जब वो रन आउट हुए तो जिमी नीशम ने लिखा, "भगवान की तरह बल्लेबाजी करते हुए डेव रन आउट हुए।"
इसी रन आउट वाले ट्वीट पर एक क्रिकेट फैन ने जिमी नीशम से सवाल पूछा कि जब 2019 क्रिकेट विश्व कप के भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच में एमएस धोनी रन आउट हो गए, तो उसके पहले व उसके बाद वो कैसा महसूस कर रहे थे। इस पर नीशम ने लिखा, "पहले- कूल, हम शायद जीत सकते हैं। बाद में- कूल, हम पक्का जीत जाएंगे।"
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 का सेमीफाइनल मैच बारिश के कारण दो दिन में समाप्त किया जा सका था। मैनचेस्टर में खेले गए उस मैच में 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया एक समय बुरी स्थिति में थी और 92 रन बनाकर 6 विकेट गंवा चुकी थी।
हालांकि इसके बाद धोनी और जडेजा का धमाल शुरू हुआ और दोनों ने मिलकर पारी को संभाल लिया। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 118 रनों की अहम साझेदारी को अंजाम दिया, और ऐसा लगने लगा कि धोनी आज जिताकर ही लौटेंगे। रवींद्र जडेजा भी 77 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद धोनी का अर्धशतक पूरा हुआ और 49वें ओवर में मार्टिन गुप्टिल के एक शानदार डायरेक्ट थ्रो पर धोनी रन आउट हो गए।
माही क्रीज से सिर्फ कुछ इंच दूर रह गए थे जिसके साथ ही करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस का दिल टूट गया। भारत ने ये मैच 18 रन से गंवा दिया और न्यूजीलैंड फाइनल में पहुंच गया। फाइनल में इंग्लैंड ने सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को हराकर (बाउंड्री के आधार पर) पहली बार वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया।