- इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डैरेन गॉफ ने कहा कि जोस बटलर का करियर खतरे में है
- गॉफ ने कहा कि बटलर के पास अपने आप को साबित करने के लिए दो टेस्ट बचे हैं
- बटलर ने पिछली 12 टेस्ट पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं जमाया
लंदन: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डैरेन गॉफ का मानना है कि खराब फॉर्म से जूझ रहे विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर की जगह खतरे में है और उनके पास अपना करियर बचाने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ अगले दो टेस्ट हैं। बटलर ने पिछली 12 टेस्ट पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं जमाया है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में जर्मेन ब्लैकवुड का आसान कैच भी टपकाया, जिन्होंने 95 रन की मैच विजयी पारी खेली। बता दें कि जोस बटलर पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी का बहुत सम्मान करते हैं और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं।
इंग्लैंड के लिए 58 टेस्ट में 229 विकेट लेने वाले गॉफ ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा, 'मेरे लिए, बटलर के पास अपना करियर बचाने के लिए दो टेस्ट मैच हैं। वह शानदार प्रतिभा है। कई बच्चे उसे देखते हुए आगे बढ़ना चाहते हैं और उनके पास सभी प्रकार के शॉट्स हैं। मगर टेस्ट क्रिकेट में आप सिर्फ लगातार जल्दी आउट नहीं हो सकते, जो बटलर कर रहे हैं।'
स्टुअर्ट ब्रॉड की वापसी होना चाहिए: गॉफ
गॉफ का मानना है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ शेष सीरीज में जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड के लिए रोटेशन पॉलिसी चलनी चाहिए और ऐसे में स्टुअर्ट ब्रॉड व क्रिस वोक्स को मौका मिलना चाहिए। पहले टेस्ट में ब्रॉड-वोक्स को कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स ने नजरअंदाज किया। गॉफ ने कहा, 'मेरे ख्याल से ब्रॉड की वापसी होनी चाहिए। मैं ओल्ड ट्रेफर्ड में जेम्स एंडरसन और मार्क वुड को आराम देकर स्टुअर्ट ब्रॉड व क्रिस वोक्स को आजमाना चाहूंगा। योजना के मुताबिक एक के बाद एक टेस्ट मैच खेले जाने हैं तो तीसरे टेस्ट में आप दोबारा एंडरसन व वुड को टीम में शामिल कर सकते हैं। मैं शुरूआत से कहता आ रहा हूं कि आर्चर और वुड को रोटेट करना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमने दक्षिण अफ्रीका में देखा कि वुड ने बहुत तेज गेंदें फेंकी। हम आर्चर को भी ऐसा करते हुए देख चुके हैं। मगर हर मैच में ऐसा देखना बड़ा मुश्किल है। ब्रॉड, वोक्स और एंडरसन भरोसेमंद हैं जबकि अपना दिन होने पर विरोधी टीम वुड और आर्चर की जमकर कुटाई कर सकते हैं। सही स्थिति के लिए सही खिलाड़ी का चयन करें। योजना पर टिके रहे तो इंग्लैंड की इस टेस्ट सीरीज में वापसी हो पाएगी।'
डेनली के सेलेक्शन से नाखुश गॉफ
इसके अलावा डैरेन गॉफ ने जो डेनली के सेलेक्शन पर सवाल खड़े किए, जिन्होंने पहले टेस्ट में 18 और 29 रन बनाए। इस साल फरवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 66 रन बनाने के अलावा डेनली ने कोई दमदार प्रदर्शन नहीं किया और गॉफ का मानना है कि समय आ गया है कि डेविड मालन, निक कॉम्प्टन या कीटन जेनिंग्स पर ध्यान दिया जाए।
गॉफ ने कहा, 'डेनली के सेलेक्शन पर क्या कहूं। मुझे लगता है कि वह भाग्यशाली है कि टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला। मैं उन्हें निजी तौर पर पसंद करता हूं। वह शानदार व्यक्ति हैं। मगर अगर आप ध्यान दें तो साल 2000 से 47 बल्लेबाज इंग्लैंड के लिए खेल चुके हैं। इनमें से खराब औसत होने के बावजूद तीन खिलाड़ियों को 15 टेस्ट खेलने को मिले, वो हैं- डेविड मालन, निक कॉम्प्टन और कीटन जेनिंग्स। इन सभी ने शतक तो जमाया है। डेनली अब तक शतक भी नहीं जमा सके हैं। इसलिए समय बदलाव का आ गया है।'