मौजूदा दौर में जब सीमित ओवरों के क्रिकेट की बात आती है तो इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर का नाम बेहतरीन खिलाड़ियों में लिया जाता है। हर क्रिकेटर की तरह बटलर के भी बचपन में कुछ पसंदीदा खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने उन्हें इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को इस पीढ़ी के कई क्रिकेटर्स ने प्रेरणा के रूप में देखा है। उनके नाम क्रिकेट के अनेक बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं। लेकिन बटलर को क्रिकेट खेलने की प्रेरणा भारत के दो दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली से मिली। बटलर ने खुद यह दिलचस्प खुलासा किया है।
बटलर ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा, 'तब मेरे शुरुआती साल थे। ऐसे में गांगुली और द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों को बड़े शतक बनाते देखना का एक जबरदस्त प्रभाव पड़ा था।' इसमें कोई शक नहीं कि गांगुली और द्रविड़ अपने जमाने के दो बेहतरीन खिलाड़ी थे। दोनों ने कई मैच जिताने वाली पारियां खेलीं। दोनों ने 1999 विश्व कप में टॉन्टन के काउंटी ग्राउंड पर श्रीलंका के खिलाफ एक दमदारी साझेदारी की थी, जिसने बटलर पर बड़ा असर छोड़ा।
बटलर ने कहा कि 1999 विश्व कप में भारत बनाम श्रीलंका मुकाबला बेहद यादगार रहा। गांगुली और द्रविड़ शानदार बल्लेबाजी की। मैच में भारतीय भीड़ को देखना मेरा पहला अनुभव था और उनकी क्रिकेट को लेकर दीवानगी देखने लायक थी। इसके बाद से मेरे अंदर भी क्रिकेटर बनने की तड़प जगी। मैंने सोचा कि विश्व कप में खेलना कितना अच्छा होगा।
गौरतलब है कि विश्व कप के उस मैच में गांगुल और द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिए 319 रन की पार्टनरशिप की थी। गांगुली ने जहां 183 रन की पारी खेली वहीं द्रविड़ ने 145 रन बनाए थे। दोनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने 373 रन का स्कोर खड़ा किया था। वहीं, श्रीलंकाई टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 216 रन पर सिमट गई थी।