- लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में 2 और दूसरी में 15 रन बना सके जेम्स एंडरसन
- दोनों पारियों में डेब्यू मैच खेल रहे गेंदबाज मैथ्यू पॉट्स ने विलियमसन का करें शिकार
- साल 2019 से विदेशी धरती पर नहीं चल रहा है विलियमसन का बल्ला
लंदन: कीवी कप्तान केन विलियमसन के बल्ले की खामोशी का सिलसिला लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भी जारी रहा। विलियमसन पहली पारी में 22 गेंद पर 2 रन की पारी खेलकर विकेटकीपर के हाथों डेब्यूटेंट मैथ्यू पॉट्स के हाथों लपके गए थे। मैच की दूसरी पारी में भी मैथ्यू पॉट्स ने ही विलियमसन को अपना शिकार बनाया। इस बार वो 34 गेंद में 15 रन बनाकर स्लिप में जॉनी बेयर्स्टो के हाथों लपके गए।
विदेशी धरती में रन बनाने में साबित हुए फिसड्डी
बड़े-बड़े गेंदबाजों को अपने बल्ले की मार के बल पर पानी पिलाने वाले विलियमसन को एक नए गेंदबाज ने दोनों पारियों में अपना शिकार बनाया। साल 2019 से लेकर अबतक पिछले तीन साल से विलियमसन का विदेशी सरजमीं पर खेले गए टेस्ट मैचों में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। वो टॉप 7 में बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों में रन औसत के मामले में सबसे निचले पायदान पर आ गए हैं। इस सूची में सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया है जिन्होंने कम से कम 100 रन बनाए हैं।
विदेशी धरती पर 11.84 का रहा है टेस्ट औसत
केन विलियमसन तीन साल में विदेशी सरजमीं पर खेले गए टेस्ट मैचों में केवल 11.84 के औसत से रन बना सके हैं। इस सूची में दूसरे पायदान पर कैरेबियाई ऑलराउंडर रोस्टन चेज हैं। उनका पिछले तीन सालों में रन औसत 13.35 का रहा है। वहीं कैरेबियाई सलामी बल्लेबाजी शाई होप भी 15.60 के औसत के साथ सूची में तीसरे पायदान पर हैं। बांग्लादेशी बल्लेबाज के मिथुन अली 15.80 के औसत के साथ चौथे और डेविड वॉर्नर 17.60 के औसत के साथ 5वें पायदान पर है।