- पूर्व भारतीय क्रिकेटर यशपाल शर्मा नहीं रहे
- वह 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे
- उनके निधन पर कपिल देव ने दुख प्रकट किया
पूर्व भारतीय बल्लेबाज और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य यशपाल शर्मा नहीं रहे। उनका मंगलवार सुबह नोएडा स्थित घर पर निधन हो गया। 66 वर्षीय यशपाल को मॉर्निंग वॉक से लौटने के बाद दिल का दौरा पड़ा था। उनके परिवार में पत्नी रेणु शर्मा, दो बेटियां पूजा तथा प्रीति और बेटा चिराग शर्मा हैं। यशपाल ने 1978 और 1985 के बीच भारत के लिए 37 टेस्ट और 42 वनडे मैच खेले। उन्होंने रिटायर होने के बाद राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में भी काम किया। यशपाल के दुनिया को अलविदा कहने के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर है।
यशपाल की मौत पर कपिल की आंखें नम
साथी खिलाड़ी यशपाल शर्मा के निधन पर पूर्व दिग्गज ऑलरांडर कपिल देव की आंखें नम हो गईं। 1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल ने कहा कि मुझे यशपाल की मौत का यकीन नहीं हो रहा है। कपिल ने एक चैनल से बातचीत में कहा, 'मुझे तो अभी भी लग रहा है कि ये सच नहीं है। समझ ही नहीं आ रहा मुझे। अभी हम पिछले हफ्ते मिले थे और बहुत ही अच्छे स्वभाव में थे। हम सब मिलकर खेल-कूद रहे थे। भगवान की जो मर्जी है, उससे तो हम लड़ नहीं सकते। हां, भगवान को आज जरूर पूछेंगे कि ऐसा मत करो।'
कपिल के बाद सबसे सफल रहे यशपाल
यशपाल ने 1983 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था और खूब वाहवाही बटोरी थी। उन्होंने टूर्नामेंट में 34.28 के औसत से 240 रन जुटाए थे। उन्होंने विश्व कप के पहले मैच में शानदार बल्लेबाजी करने लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 120 गेंदों में 89 रन की बेहद अहम पारी खेली थी। मैनचेस्टर में मिली इस जीत ने भारत को आगे बढ़ने और टूर्नामेंट जीतने का आत्मविश्वास दिया था। यशपाल टूर्नामेंट में कपिल देव के बाद भारत की तरफ से दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।