- इयोन मोर्गन-जोस बटलर ट्वीट विवाद
- ट्वीट में भारतीयों का किया था अपमान, उड़ाया था मजाक
- अब दोनों के आईपीएल करियर पर गिर सकती है गाज
इयोन मोर्गन और जोस बटलर का इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे चरण में नहीं खेलना उन्हें 2017 में भारतीयों के बारे में की गयी कथित नस्लीय ट्वीट पोस्ट के लिये अपनी अपनी फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स से प्रतिबंध से बचा सकता है। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने तेज गेंदबाज ओली रोबिनसन को मुस्लिम समुदाय और एशियाई लोगों के बारे में नस्लीय ट्वीट करने के लिये निलंबित कर दिया।
रोबिनसन को निलंबित करने के बाद बटलर और मोर्गन की भारतीयों का मजाक उड़ाते हुए ‘सर’ शब्द के इस्तेमाल की ट्वीट भी सोशल मीडिया पर फैल गयी। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से बहाल होगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और राजस्थान रॉयल्स मुश्किल में होंगी क्योंकि ये खिलाड़ी आईपीएल से कमाई कर रहे हैं और 2017 में ये भारतीयों का मजाक उड़ा रहे थे कि ये इंग्लिश में किस तरह बात करते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब आप इन पोस्ट की अनदेखी कर सकते हो लेकिन ये बताती हैं कि उनकी भारतीयों के बारे में आम धारणा क्या है। यह पेचीदा मामला है लेकिन केकेआर और राजस्थान रॉयल्स के पास इससे निकलने का तरीका है। ’’ रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘बटलर के एक ट्वीट के स्क्रीनशॉट साझा किये गये जिसमें वह कहते हैं, ‘‘मैं हमेशा जवाब देता हूं सर, कोई भी मेरी तरह आपको पसंद नहीं करता, मेरी तरह’’ और मोर्गन ने बटलर को एक संदेश में शामिल किया है, जिसमें कहा गया, ‘‘सर, आप मेरे पसंदीदा बल्लेबाज हो।’’ और इस बातचीत में केकेआर के मुख्य कोच ब्रैंडन मैकुलम भी कथित रूप से शामिल हो गये।
सूत्र आईपीएल के पहले चरण से बीसीसीआई के अधिकारी के तौर पर काम कर चुका है, उसने कहा कि बिना शर्त माफी ठीक है लेकिन इसके आगे बोर्ड और फ्रेंचाइजी को ‘‘इसे खींचना नहीं चाहिए।’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘पहले तो अगर शाहरूख खान और मनोज बडाले अगर अपनी अपनी फ्रेंचाइजी की छवि के प्रति सतर्क हैं तो मोर्गन और बटलर दोनों से माफीनामे का बयान काफी होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब ईसीबी उन्हें उनकी प्रतिबद्धताओं के कारण आईपीएल के दूसरे चरण में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दे रहा तो निलंबन का कोई ज्यादा मतलब नहीं होगा। आप उन खिलाड़ियों को निलंबित कर रहे हो जो दूसरे चरण के लिये खेलने के लिये ही नहीं आ रहे तो यह महज एक दिखावा भर होगा।’’
बीसीसीआई में कईयों को लगता है कि समझदारी यही होगी कि ‘बर्र के छत्ते’ में हाथ नहीं लगाया जाये क्योंकि कुछ खिलाड़ियों के कुछ यूट्यूब वीडियो भी हो सकते हैं जिसमें वे अन्य की आलोचना या टिप्पणी कर रहे हों जो अब सार्वजनिक हो सकते हैं। मोर्गन को निलंबित करना केकेआर के लिये आसान हो सकता है क्योंकि फ्रेंचाइजी के 19 सितंबर से 15 अक्टूबर तक संयुक्त अरब अमीरात में खेले जाने वाले बचे आईपीएल में शीर्ष चार में पहुंचने का मौका बहुत कम है।
हालांकि मैकुलम का मामला पेचीदा हो सकता है, उन्हें माफी मांगनी पड़ सकती है और यह देखना दिलचस्प होगा कि केकेआर प्रबंधन टूर्नामेंट के बचे हुए मैचों में उनके साथ ‘डग-आउट’ में बैठने में सहज होगा या नहीं।