- पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच मैच को कैरेबियाई कप्तान ने रोमांचक बनाया
- पहले टेस्ट के दूसरे दिन वेस्टइंडीज के कप्तान क्रेग ब्रेथवेट ने अपनी टीम को संभाला
- शतक से तो चूक गए, लेकिन ऐतिहासिक संयमित पारी खेलकर सबका दिल जीता
क्रिकेट जगत में बहुत से ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको उतनी चकचौंध व सुर्खियां नहीं मिल पाती, जिसके वो हकदार होते हैं। वेस्टइंडीज के मौजूदा टेस्ट कप्तान क्रेग ब्रेथवेट (Kraigg Brathwaite) भी उन्हीं में से एक हैं। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच किंग्सटन के सबीना पार्क में पर खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन इस खिलाड़ी ने एक बार फिर अपना दम दिखाया। दुर्भाग्यवश वो अपने 10वें टेस्ट शतक के करीब आकर चूक गए लेकिन वो उन्हीं की पारी थी जिसने पाकिस्तानी टीम के इरादों पर पानी फेर दिया।
पाकिस्तानी टीम पहले दिन अपनी पहली पारी में 217 रन पर सिमट गई थी लेकिन पहले दिन का खेल खत्म होने तक उन्होंने वेस्टइंडीज को 2 रन पर 2 झटके दे दिए थे। पाकिस्तान को लगा होगा कि पिच उनके गेंदबाजों के लिए परफेक्ट है और दूसरे दिन वे आसानी से वेस्टइंडीज को ढेर कर देंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं क्योंकि दूसरे दिन के अंत में वेस्टइंडीज का स्कोर था- 251/8..यानी ना सिर्फ वेस्टइंडीज ने पूरा दिन बल्लेबाजी की, बल्कि उन्होंने 34 रन की बढ़त भी हासिल की और अभी भी दो विकेट बाकी हैं।
पारी में हुए इस उलटफेर का श्रेय वेस्टइंडीज के 28 वर्षीय कप्तान क्रेग ब्रेथवेट को जाता है जिन्होंने बेहद संघर्षपूर्ण पारी खेलकर अपनी टीम को मुश्किल से बाहर निकाला। क्रेग ब्रेथवेट ने 361 मिनट तक बल्लेबाजी की और इस दौरान 221 गेंदों का सामना करते हुए 97 रनों की पारी खेली जिसमें 12 चौके शामिल थे। उनकी मेहनत टीम के काम तो आ गई लेकिन वो दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि वो अपने दसवें टेस्ट शतक से चूक गए। वो दूसरा रन लेना चाह रहे थे लेकिन गलती कर बैठे और हसन अली ने सीधा थ्रो विकेट पर मार दिया। डाइव लगाने के बावजूद वो क्रीज के अंदर नहीं पहुंच पाए।
क्रेग ब्रेथवेट शतक से तो चूके लेकिन उनकी ये पारी लंबे समय तक याद रखी जाएगी। उन्होंने अपनी पारी के दौरान रोस्टन चेज (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 109 गेंदों में 50 रन की साझेदारी की, चौथे विकेट के लिए जर्मेन ब्लैकवुड (22) के साथ 103 गेंदों में 49 रनों की साझेदारी की, जेसन होल्डर (58) के साथ छठे विकेट के लिए 190 गेंदों में 96 रनों की साझेदारी की और आउट होने से पहले सातवें विकेट के लिए जोशुआ डा सिल्वा (नाबाद 20) के साथ 49 गेंदों में 24 रनों की साझेदारी की। ये उन्हीं की पारी थी जिसने लय में दिख रहे पाकिस्तानी गेंदबाजों को अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने का अवसर नहीं दिया।