- भारत ने पहला वनडे श्रीलंका से जीत लिया
- कुलदीप और चहल इस मैच में साथ खेले
- स्पिनर कुलदीप ने चहल को लेकर ये कहा
रविवार को भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे में स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल दो साल बाद साथ खेले। श्रीलंका के विरुद्ध दोनों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दो-दो अहम विकेट अपनी झोली में डाले। इससे पहले 'कुलचा' के नाम से मशहूर यह जोड़ी वर्ल्ड कप 2019 में एकसाथ मैदान पर उतरी थी। लंबे अरसे बाद चहल के साथ बॉलिंग पार्टनरशिप करने पर कुलदीप बेहद खुश नजर आए। उन्होंने चहल संग जोड़ी और बॉन्डिंग पर जबरदस्त बात कही दी, जिसका लब्बोलुआब यह है कि तेरे जैसा बॉलिंग पार्टनर कहां। आप भी दोनों की तारीफ में 'वाह' किए बिना नहीं रह पाएंगे।
'बहुत खुश हूं कि लंबे समय के बाद चहल के साथ खेला'
कुलदीप यादव ने भारत के 7 विकेट से मैच जीतने के बाद वर्चुअल पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि युजवेंद्र चहल के साथ उनकी अच्छी बॉलिंग पार्टनरशिप है। उन्होंने कहा, 'बहुत खुश हूं कि लंबे समय के बाद चहल और मुझे एकसाथ टीम के लिए खेलने का मौका मिला। हम एक-दूसरे के संग कंफर्टेबल हैं और हम एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं। हम दोनों जब भी जरूरत होती है तो मैदान पर इनपुट साझा करते हैं। हम दोनों के बीच बेहतरीन बॉन्डिंग है। हमने एकसाथ अच्छा प्रदर्शन किया, है। हम लंबे समय के बाद खेले और यह टीम के लिए फाएदेमंद साबित हुआ।'
स्पिनर कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी पर भी की बात
वहीं, कुलदीप ने पहले वनडे में अपनी गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं अपनी गति को बदलने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि पहली पारी में विकेट ड्राई था। विकेट ने स्पिनरों की कुछ सहायता की। मैं बल्लेबाजों के आधार पर अपनी गति बदल रहा था। टीम ने इस मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया, उससे बहुत खुश हूं।' बता दें भारत श्रीलंका ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 262 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने महज 3 विकेट गंवाकर जीता हासिल कर ली। भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
'राहुल द्रविड़ सर ने मुझे सपोर्ट किया और मुझे प्रेरित किया'
कुलदीप ने टीम से बाहर रहने पर कहा कहा, 'जब आप मैदान पर कदम रखते हैं तो हमेशा नर्वसनेस होती है। राहुल द्रविड़ (हेड कोच) सर ने मुझे सपोर्ट किया और मुझे प्रेरित किया। हमने बहुत बात की और उन्होंने मुझसे कहा कि मैं गेंदबाजी का आनंद लूं और रिजल्ट की चिंता न करूं। मुझे खुशी है कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। जाहिर है जब आप लंबे समय के बाद क्रिकेट खेलते हैं तो आप नर्वस होते हैं। हम यहां श्रीलंका क्रिकेट खेलने आए हैं। हम भाग्यशाली हैं कि हमें क्रिकेट खेलने को मिल रहा है। हमें इस बात की चिंता नहीं है कि कोई क्या कह रहा है।'