- मयंक अग्रवाल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में की धमाकेदार वापसी
- रोहित शर्मा को आराम दिए जाने का मयंक को मिला फायदा
- मुंबई टेस्ट में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में बनाए 150 और दूसरी में 62 रन
सेंचुरियन: भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने कहा कि टीम से दूर रहने के दौरान उन्होंने अपने खेल के मानसिक पहलू को समझने पर काम किया जिस पर कोच राहुल द्रविड़ हमेशा जोर देते हैं और इससे उन्हें वापसी में काफी मदद मिली।
कर्नाटक के 30 वर्षीय अग्रवाल कनकशन (सिर में चोट) के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे और उसके बाद टीम में जगह गंवा दी थी। उन्होंने हाल ही में विश्व टेस्ट चैम्पियन न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 150 और 62 रन बनाकर वापसी की।
अपनी ताकत और कमजोरियां जानने की कर रहा था कोशिश
उन्होंने सलामी बल्लेबाज और भारत के उपकप्तान के एल राहुल से बातचीत के दौरान कहा, 'यह नयी शुरूआत नहीं है। पिछले एक साल मैं खुद को समझने की कोशिश करता रहा और यह जानने की भी कि मेरी ताकत और कमजोरियां क्या हैं।'
बीसीसीआई टीवी पर डाले गए इस वीडियो में उन्होंने कहा, 'मुझे वापसी करके अच्छा प्रदर्शन कर पाने की खुशी है और आगे भी इस लय को कायम रखूंगा।'
मानसिक पहलू पर काम करने की द्रविड़ देते हैं सलाह
खुद को समझने की प्रक्रिया में द्रविड़ के योगदान के बारे में पूछने पर अग्रवाल ने कहा, 'वह हमेशा खुद को समझने और मानसिक पहलू पर काम करने की बात करते हैं। उस पर काम करने से सफलता हासिल करने के मौके बढ़ जाते हैं।' उन्होंने कहा, 'वह अच्छी तैयारी पर बल देते हैं। हमने यहां अच्छा अभ्यास किया है और टेस्ट मैच का इंतजार है।'
सेंचुरी जड़ने के बाद मयंक अग्रवाल ने बताया, द्रविड़ ने ऐसा क्या कहा जो काम कर गया
केएल राहुल के साथ ओपनिंग को लेकर की चर्चा
अग्रवाल और राहुल कर्नाटक के लिये साथ खेलने के बाद आईपीएल में पिछले चार साल से पंजाब किंग्स के लिये पारी की शुरूआत कर रहे हैं । दोनों को 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
राहुल ने कहा, 'मेरा सफर खूबसूरत रहा है। मैं ऐसा ही चाहता था। तुम मेरे सफर का और मैं तुम्हारे सफर का हिस्सा रहा हूं। हम दोनों ने इसके लिये काफी मेहनत की है। हमें यकीन नहीं था कि हम भारत के लिये खेलेंगे लेकिन हमने सपने पूरे करने के लिये काफी मेहनत की। अब पीछे मुड़कर देखने पर अच्छा लगता है कि कहां से शुरू किया था और आज कहां है। यह करिश्मे जैसा है।'
उन्होंने कहा, 'हमारे लिये यह शुरूआत है। अभी लंबा सफर तय करना है। हमारी दोस्ती और आपसी तालमेल से भारत के लिये कई मैच जीतने हैं।'