- मयंक ने मुंबई टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी की
- उन्होंने कीवी गेंदबाजों का डटकर सामना किया
- ओपनर मंयक को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया
Mayank Agarwal on India vs New Zealand 2nd Test: भारत के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया। कानपुर टेस्ट में फ्लॉप रहे अग्रवाल ने मुंबई में खेले गए दूसरे और आखिरी मैच में धमाकेदार वापसी की। उन्होंने मुकाबले में कुल 212 रन जुटाए। उन्होंने पहली पारी में 150 जबकि दूसरी पारी में 62 रन काय योगदान दिया। उनकी शानदार बल्लेबाजी के बदौलत ही भारतीय टीम पहली पारी में लड़खाड़ने के बाद संभाल सकी। बता दें कि भारत ने मुंबई टेस्ट में 372 रन से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। यह भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में रनों के लिहास सबसे बड़ी जीत है।
प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद क्या बोले अग्रवाल
प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद मयंक ने कहा कि फिर से रन बनाकर अच्छा लगा। यह मेरे लिए खास है। कानपुर की तुलना मैंने मुंबई में कुछ भी अलग करने की कोशिश नहीं की। मैंने बस मानसिक अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ बैटिंग की। तकनीक हर समय बेस्ट नहीं रहेगी और मैं रनों की गारंटी नहीं दे सकता, लेकिन डटे रहने की इच्छा बेहद महत्वपूर्ण है। राहुल द्रविड़ (हेड कोच) भाई ने मुझसे सीरीज के बीच में तकनीक के बारे में ज्यादा नहीं सोचने की सलाह दी थी। उन्होंने बताया कि यही वो तकनीक है जिससे मैं रन बनाने में कामयाब रहा। सुनील गावस्कर सर ने कहा कि मुझे बाएं कंधे को थोड़ा पीछा रखकर खेलना चाहिए। वहीं, मयंक ने दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे को लेकर कहा कि हम वहां चुनौती का आनंद लेंगे और हम इसके लिए तैयार हैं।
मयंक अग्रवाल ने मुकाबले में 5 अहम साझेदारी कीं
गौरतलब है कि मयंक अग्रवाल ने मुंबई टेस्ट में पांच अहम साझेदारियां कीं। उन्होंने पहली पारी में शुभम गिल (44) के साथ पहले विकेट के लिए 80, श्रेयस अय्यर (18) संग चौथे विकेट के लिए 80, ऋद्धिमान साहा (27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 64 और अक्षर पटेल (52) के संग सातवें विकेट के लिए 67 रन जोड़े। इसके बाद मयंक ने दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा (47) के साथ पहले विकेट के लिए 107 रन की पार्टनरशिप की। मयंक की कप्तान विराट कोहली ने भी तारीफ की है। कोहली ने कहा, ‘ मयंक ने शानदार पारियां खेली। ऐसी पारियां खेलने के लिए जज्बे की जरूरत होती है और उसके पास यह है। इस तरह की पारियों से उसे केवल एक बल्लेबाज ही नहीं एक व्यक्ति के रूप में भी आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।’