- डेविड वॉर्नर की चोट है ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चिंता
- क्लार्क ने बताया है कि मैच में किस खिलाड़ी को मिले मौका
- उन्होंने ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर दी है टीम मैनेजमेंट को सलाह
सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे और टी20 सीरीज के समाप्त होने के बाद अब दुनियाभर के क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें 17 दिसंबर से एडिलेड में दोनों टीमों के बीच खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच की ओर मुड़ गई हैं। डे-नाइट फॉर्मेट में पिंक बॉल के साथ खेले जाने वाले इस मैच के लिए दोनों टीमों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। दोनों ही टीमें अंतिम एकादश को लेकर चर्चा में जुटी हैं।
ओपनर डेविड वॉर्नर के चोटिल होने के कारण ऑस्ट्रेलिया के सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं। ऐसे में पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने टीम मैनेजमेंट को एक अहम सलाह दी है।
वेड को मिले टीम में बतौर ओपनर जगह
क्लार्क का मानना है कि पहले टेस्ट में मैथ्यू वेड को बतौर ओपनर खिलाया जाना चाहिए जिससे के युवा ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को पहले टेस्ट में डेब्यू का मौका मिल सके। वॉर्नर के चोटिल होने अलावा अभ्यास मैच के दौरान युवा विल पुकोस्की भी अभ्यास मैच के दौरान घायल हो गए थे। जो बर्न फॉर्म से जूझ रहे हैं ऐसे में ओपनिंग टीम के लिए सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।
वेड को बाहर करके ग्रीन को शामिल करना ठीक नहीं
क्लार्क का मानना है कि वेड को टीम से बाहर करके ग्रीन को शामिल करना ठीक नहीं होगा। ग्रीन ने भारत के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक जड़ा था और 2 विकेट लिए थे। ऐसे में कोच जस्टिन लैंगर वेड के बैटिंग ऑर्डर को बदलकर अपना सिरदर्द कम कर सकते हैं। वेड ने भारत के खिलाफ टी20 सीरीज में दो अर्धशतक पारी की शुरुआत करते हुए जड़े थे। जिसमें सर्वाधिक स्कोर 80 रन था। ये पारी उन्होंने तीसरे टी20 में खेली थी।
क्लार्क ने कहा, यदि आप कैमरून ग्रीम को चुनते हैं तो आपको वेड के लिए जगह बनानी पड़ेगी। उन्हें अंतिम एकादश में होना चाहिए वो चाजे जहां बल्लेबाजी करें। यदि जरूरत पड़ी तो वो पारी की शुरुआत भी कर सकते हैं।
मैथ्यू वेड ने टेस्ट किकेट में इससे पहले कभी नंबर पांच से ऊपर बल्लेबाजी नहीं की है। लेकिन वनडे में 10 बार पारी की शुरुआत करने उतरे हैं। इस दौरान उनका औसत 30.60 का रहा है और वो सर्वाधिक 75 रन ओपनिंग करते हुए बना सके हैं।