- ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धुरंधर कप्तान माइकल क्लार्क ने बताया सचिन और विराट के बीच फर्क
- बताया कौन है उनके समय का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज
- सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली में है एक समानता
मेलबर्नः सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, दो ऐसे नाम जिनकी तुलना आए दिन होती रहती है। एक तरफ हैं सचिन तेंदुलकर जिन्होंने 24 साल लंबे करियर में आंकड़ों व रिकॉर्ड्स का पहाड़ खड़ा किया, जबकि दूसरी तरफ हैं विराट कोहली जिन्होंने कम समय में उम्मीदें जगा दी हैं कि कोई तो सचिन के स्तर के करीब पहुंच जाएगा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क की मानें तो दोनों ही शानदार हैं लेकिन साथ ही ये भी बताया कि कौन सर्वश्रेष्ठ हैं, दोनों में क्या खासियतें हैं और दोनों दिग्गजों में क्या समानता है।
क्लार्क का मानना है कि विराट कोहली की बड़े शतक जमाने के प्रति दृढ इच्छा सचिन तेंदुलकर जैसी है, जो अपने जमाने के सबसे संपूर्ण बल्लेबाज थे। क्लार्क ने कहा कि उन्हें याद नहीं आता कि जब वह खेला करते थे तब तेंदुलकर की तरह कोई दूसरा संपूर्ण बल्लेबाज था। उन्होंने कहा कि तेंदुलकर को आउट करना मुश्किल था और उनकी तकनीक में कोई खामी नहीं थी। क्लार्क ने ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट’ रेडियो शो में कहा, ‘मैंने जितने बल्लेबाज देखे उनमें संभवत: वह (तेंदुलकर) तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे। उन्हें आउट करना बहुत मुश्किल था। उनकी कोई कमजोरी नहीं थी। आप केवल उम्मीद कर सकते थे कि वह गलती करें।’
विराट वर्तमान समय के बेस्ट बल्लेबाज
इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान कोहली की भी जमकर तारीफ की ओर उन्हें वर्तमान समय में सभी प्रारूपों का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया। क्लार्क ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभी वह सभी तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है। उनका वनडे और टी20 का रिकार्ड बेमिसाल है और उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी दबदबा बनाने का तरीका पता चल गया है।’
दोनों में ये है एक समानता
उन्होंने कहा, ‘कोहली और तेंदुलकर में एक समानता है। दोनों को बड़े शतक बनाना पसंद रहा है।’ तेंदुलकर दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने 200 टेस्ट खेले और अंतरराष्टीय क्रिकेट में 100 शतक लगाये हैं। विराट भी तेजी से सचिन के कुछ रिकॉर्ड्स की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन अब भी वो मास्टर ब्लास्टर के कुछ बड़े रिकॉर्ड्स से काफी पीछे हैं।