- मिस्बाह उल हक ने संकेत दिए कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों की राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं होगी
- मिस्बाह को उम्मीद है कि युवा खिलाड़ियों के साथ 2020 में पाकिस्तान अच्छा प्रदर्शन करेगा
- मिस्बाह ने बाबर आजम और नसीम शाह व शाहीन अफरीदी की जमकर तारीफ की
कराची: पाकिस्तान के हेड कोच और प्रमुख चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने साल 2020 में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई और संकेत दिए कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों की राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं हो सकेगी। मिस्बाह ने युवाओं पर भरोसा जताया और बाबर आजम, नसीम शाह व शाहीन अफरीदी के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की। मिस्बाह ने कहा, 'आगे बढ़ते हुए हमने लाल व सफेद गेंद क्रिकेट में काफी सुधार किया है। इस टीम में पर्याप्त क्षमता है और नए लड़के भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी राह बना रहे हैं। हमारे लिए आगे का भविष्य सुनहरा है।'
पाकिस्तान के हेड कोच ने बाबर आजम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट के लिए अच्छी खबर है कि बाबर आजम तीनों प्रारूपों में मेगा स्टार बनकर उभरे हैं। वह टी20 रैंकिंग में नंबर-1 बल्लेबाज हैं और वनडे रैंकिंग में भी टॉप-10 में शामिल हैं। बाबर ने विश्व कप में कुछ बेहतरीन पारियां खेली और टेस्ट बल्लेबाज के रूप में खुद को स्थापित किया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट शतक जमाए और फिर घर में श्रीलंका के खिलाफ सैकड़ा पूरा किया।'
मिस्बाह ने साथ ही ध्यान दिलाया कि नसीम शाह और शाहीन अफरीदी ने टेस्ट क्रिकेट में प्रभावी शुरुआत की। पाकिस्तान के हेड कोच ने कहा, 'नसीम शाह ने श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टेस्ट में पांच विकेट झटके। शाहीन ने विश्व कप में शानदार गेंदबाजी की और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट गेंदबाज की झलक दिखाई व ऑस्ट्रेलिया में भी शानदार गेंदबाजी की। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा। हमें उम्मीद है कि ये दोनों तेज गेंदबाज भविष्य में देश का नाम रोशन करेंगे।'
मिस्बाह ने आगे कहा, 'हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे है। हम जितना ज्यादा लंबे प्रारूप का क्रिकेट खेलेंगे, उतना सुधार करेंगे। हमें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले सफेद गेंद क्रिकेट में काफी काम करना होगा।' वैसे, मिस्बाह ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान ने संकेत दिए कि मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक का अंतरराष्ट्रीय समाप्त होगा। मिस्बाह ने कहा, 'हमें टीम में कुछ खिलाड़ियों को जोड़कर काफी आगे जाना है और वर्तमान खिलाड़ियों को परिपक्व करना है।'
हफीज और मलिक ने पाकिस्तान के लिए आखिरी मुकाबला विश्व कप में खेला था। इसके बाद से मलिक ने वनडे से संन्यास लेकर सिर्फ टी20 क्रिकेट पर पूरा ध्यान लगाने का फैसला किया। वहीं हफीज भी सिर्फ सफेद गेंद क्रिकेट के लिए उपलब्ध हैं। मिस्बाह उल हक ने इन दोनों क्रिकेटरों को किसी सीमित ओवर सीरीज के लिए अब तक टीम में शामिल नहीं किया। बता दें कि मलिक और हफीज ने सफेद गेंद क्रिकेट में कुल मिलाकर 705 मैच पाकिस्तान के लिए खेले हैं। इसमें वनडे और टी20 दोनों शामिल हैं।