- मिताली राज ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में नाबाद 75 रन बनाए
- मिताली राज इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बनीं
- मिताली राज ने मैच के बाद टीम से जुड़े कई खुलासे किए
वोर्सेस्टर: मिताली राज (Mithali Raj) ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को 4 विकेट की जीत दिलाई। इंग्लैंड महिला टीम ने पहले बल्लेबाजी की और 47 ओवर में 219 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने तीन गेंदें शेष रहते चार विकेट से मैच जीत लिया। बारिश के कारण यह मैच 47 ओवर प्रति पारी खेला गया था। मिताली राज ने मैच में 86 गेंदो में 12 चौके की मदद से नाबाद 75 रन बनाए। उन्हें इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
मैच के बाद मिताली राज ने बताया कि वह टीम के लिए हर हाल में मुकाबला जीतना चाहती थीं। उन्होंने मैच के बाद कहा, 'मैं बीच मैदान पर कभी हार नहीं मानती हूं। मुझे पिच पर टिके रहना था क्योंकि डगआउट में बैठकर मैच नहीं जीत सकते। मैं टीम के लिए मैच जीतना चाहती थी।' भारतीय कप्तान ने बताया कि मैच जीतने के लिए उनकी क्या रणनीति थी।
38 साल की मिताली ने कहा, 'मुझे एक अच्छी साझेदारी की जरूरत थी ताकि आखिरी तक मैच ले जा सकूं। यह ऐसी चीज थी, जो मुझे पारी में आगे लेकर चलती गई। मुझे पता था कि मिडिल ओवर्स में मैं मैच का प्रबंध करूंगी।' भारतीय कप्तान ने बताया कि जब आपकी टीम में युवा खिलाड़ी हो, तो क्या जिम्मेदारी होती है।
वो तीन शब्द और आगे बढ़ जाना
मिताली राज ने कहा, 'जब आपकी टीम में युवा खिलाड़ी हो, तो आपको उनको मार्गदर्शन देते हुए आगे चलना होता है। यह जिम्मेदारी थी।' याद दिला दें कि मिताली राज ने स्नेह राणा (24) के साथ ठे विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी करके मैच को करीब ले आईं। मिताली ने फिर अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर प्वाइंट के पास से शानदार बाउंड्री जमाकर भारत की जीत पर मुहर लगाई।
मिताली से आखिरी सवाल किया गया कि महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बनकर कैसा लग रहा है। इस पर मिताली राज मुस्कुराईं और तीन शब्द कहकर चलते बनीं। मिताली से सवाल पूछा गया, 'आप अब महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाली बल्लेबाज बन गई हैं, कैसा लग रहा है। इस पर भारतीय कप्तान ने मुस्कुराकर जवाब दिया- आई एम जस्ट हैप्पी (मैं बस खुश हूं)।' मिताली राज ने यही अपनी बात समाप्त की और स्टेज के पीछे से अपनी टीम के पास लौट गईं।
मिताली की इस बात से स्पष्ट था कि वह रिकॉर्ड्स की फिक्र नहीं करती हैं। वह बस अपना खेल खेलकर टीम को जीत दिलाने पर विश्वास रखती हैं। भारतीय कप्तान ने ही तीसरे वनडे में विजयी चौका जमाया। उनकी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर पहली जीत दर्ज की। भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में हार का अंतर 1-2 से कम किया।