- पाकिस्तान का इंग्लैंड दौरा 2020
- इंग्लैंड VS पाकिस्तान तीसरा टी20 मैच, मैनचेस्टर, ओल्ड ट्रैफर्ड
- मोहम्मद हफीज ने 39 की उम्र में धमाकेदार पारी खेलकर बनाया नया रिकॉर्ड
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में मंगलवार को इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच सीरीज का तीसरा व अंतिम टी20 मैच खेला गया। इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था। बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी लेकिन पहले डेब्यू मैच में 19 वर्षीय हैदर अली ने 54 रनों की पारी खेली जबकि दूसरे छोर पर पाकिस्तानी टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाजों में से एक मोहम्मद हफीज ने अपने टी20 करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। वो 'मैन ऑफ द मैच' भी बने और 'मैन ऑफ द सीरीज' भी बने।
मोहम्मद हफीज की धुआंधार पारी
पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने इस मैच में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए धमाकेदार अंदाज में इंग्लिश गेंदबाजों के पसीने छुड़ाए। हफीज ने 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। ये उनका 93वें टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 12वां पचासा साबित हुआ। इसके बाद भी हफीज थमे नहीं और धुआंधार बल्लेबाजी जारी रखी। हफीज ने 52 गेंदों में नाबाद 86 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। उनकी इस पारी में 4 चौके और 6 छक्के शामिल रहे।
मोहम्मद हफीज का रिकॉर्ड
मोहम्मद हफीज ने ये शानदार पारी 39 वर्ष 320 दिन की उम्र में खेली है। जिसके साथ ही वो सबसे ज्यादा उम्र में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 75+ स्कोर बनाने वाले पाकिस्तानी खिलाड़ी बन गए हैं। जबकि विश्व क्रिकेट में वो इस मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं। उनसे ज्यादा उम्र में ये कमाल सिर्फ श्रीलंका के पूर्व दिग्गज सनथ जयसूर्या कर चुके हैं, जिन्होंने 2009 के टी20 विश्व कप के दौरान 39 वर्ष 345 दिन की उम्र में 81 रनों की पारी खेली थी।
हैदर अली के साथ शतकीय साझेदारी
इस मैच में मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तान की पारी संभालने में हैदर अली का भी बखूबी साथ दिया। दूसरे छोर पर मौजूद हैदर अली अपना पहला मैच खेल रहे थे, ऐसे में हफीज की जिम्मेदारी बढ़ गई थी। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर शानदार बल्लेबाजी की और तीसरे विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी कर डाली।
उनकी इस पारी के दम पर पाकिस्तान की टीम 20 ओवर में 4 विकेट पर 190 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। जवाब में उतरी इंग्लैंड की टीम ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 185 रन ही बना पाई और अंतिम गेंद तक गए मैच को 5 रन से गंवा दिया। इसके साथ ही पाकिस्तानी टीम सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रही।