- महेंद्र सिंह धोनी ने युवाओं को दिया संदेश
- जिले से क्रिकेट खेलने का महत्व समझाया
- माही ने अपने पुरानों दिनों का जिक्र भी किया
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) हमेशा से जमीन से जुड़े रहे और इसके लिए करोड़ों फैंस के साथ-साथ अपने क्षेत्र से हमेशा उनको भरपूर प्यार मिला। धोनी कभी भी उस सीख को युवाओं तक पहुंचाने से नहीं चूकते जिससे होकर वो गुजरे और फिर विश्व क्रिकेट के शीर्ष स्तर तक का सफर तय किया। बुधवार को धोनी ने तिरूवलूर जिला क्रिकेट संघ (टीडीसीए) के रजत जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान युवाओं को सीख देते हुए कहा कि उन्हें अपने जिले से खेलने पर गर्व महसूस होना चाहिए।
एम एस धोनी ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि क्रिकेटरों को अपने जिले का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस होना चाहिए क्योंकि यह शीर्ष स्तर पर पहुंचने के लिये पहला कदम होता है। धोनी ने कहा, "पहली बार है जब मैं जिला संघ की सफलता के मौके पर आयोजित जश्न का हिस्सा बन रहा हूं। मैं अपने जिला क्रिकेट संघ (रांची) को भी शुक्रिया कहना चाहूंगा। क्रिकेटरों को अपने जिले का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस होना चाहिए।"
माही ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला लेकिन अगर मैं अपने जिले या स्कूल के लिये नहीं खेला हो तो यह मुमकिन नहीं होता।" धोनी इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उनके साथ आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन भी मौजूद थे।
हाल ही में धोनी आईपीएल का हिस्सा बने थे जहां उन्होंने दो हिस्सों में चेन्नई सुपर किंग्स की अगुवाई की। पहले उन्होंने जडेजा को कप्तानी सौंपी और फिर जडेजा के चोटिल होने के बाद फिर जिम्मेदारी संभाली। हालांकि उनकी टीम टूर्नामेंट में 9वें पायदान पर रही, लेकिन धोनी ने इस बार अपने बल्ले से फैंस को काफी प्रभावित किया और अगले आईपीएल में भी खेलने का आश्वासन दिया।