- गंभीर का मानना है कि दुनिया को एमएस धोनी के टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी की कमी खली
- एमएस धेनी शुरुआती करियर में टॉप ऑर्डर में जबरदस्त हिट्स जमाने के लिए जाने जाते थे
- कप्तानी हासिल करने के बाद एमएस धोनी ने फिनिशर की भूमिका ली
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का मानना है कि अगर एमएस धोनी भारतीय टीम की कमान नहीं संभालते और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते तो संभवत: दुनिया के सबसे उत्सुक क्रिकेटर होते और कई रिकॉर्ड्स भी तोड़ देते। आक्रामक बल्लेबाजी और उम्दा स्ट्रोक खेलने के कारण धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अपने शुरुआती दिनों में बड़े-बड़े शॉट खेलने के लिए अपना नाम बनाया था।
एमएस धोनी ने 2005 में विशाखापत्तनम में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे शतक जमाया था। तब उन्होंने 123 गेंदों में 15 चौके और चार छक्कों की मदद से 148 रन बनाए थे। इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने आप को टीम इंडिया के सबसे प्रमुख खिलाड़ियों में से एक के रूप में स्थापित किया। हालांकि, धोनी ने अपने पूरे करियर के दौरान टॉप ऑर्डर में ज्यादा बल्लेबाजी नहीं की और तीनों प्रारूपों में कप्तानी हासिल करने के बाद खुद को बेस्ट फिनिशर्स के रूप में बदल दिया।
दुनिया को कमी खली
धोनी ने अपनी शानदार रणनीति और निडर बल्लेबाजी के कारण भारत को कई मैच जिताए। हालांकि, गंभीर का मानना है कि अपने करियर में अब तक 350 वनडे में 10,773 रन बनाने वाले धोनी बल्लेबाजी में कई रिकॉर्ड्स तोड़ते अगर उन पर कप्तानी का भार नहीं होता और वो नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते। बता दें कि धोनी ने 16 वनडे में टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी की और 82 की औसत से 993 रन बनाए।
गंभीर ने एक शो में कहा, 'संभवत: दुनिया के क्रिकेट को एक चीज की कमी खली, वो यह है कि एमएस धोनी ने भारत की कप्तानी की और नंबर-3 पर बल्लेबाजी नहीं की। अगर धोनी नंबर-3 पर खेलते तो दुनिया एकदम अलग खिलाड़ी को देखती। संभवत: धोनी ढेरो रन बनाते और कई रिकॉर्ड्स तोड़ते। रिकॉर्ड्स को भूल जाइए, वो तो बनते ही टूटने के लिए हैं।'
दुनिया के सबसे उत्सुक बल्लेबाज होते धोनी
उन्होंने आगे कहा, 'वह दुनिया के सबसे चर्चित खिलाड़ियों में से एक होते अगर कप्तान नहीं होते और नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते। एमएस धोनी पाटा विकेट पर नंबर-3 पर बल्लेबाजी कर रहे होते और जिस तरह का दुनिया के क्रिकेट में गेंदबाजी आक्रमण हैं- देखिए श्रीलंका, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज को मौजूदा स्थिति में, एमएस धोनी कई रिकॉर्ड्स तोड़ते।'
जहां धोनी का कप्तान के रूप में शानदार रिकॉर्ड हैं, वो वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। एमएस धोनी ने 200 वनडे में कप्तान रहते हुए 6641 रन बनाए। इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग से ही पीछे हैं।