- असगर अफगान की शानदार रही विदाई, नामीबिया ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
- आखिरी पारी में बनाए 23 गेंद में 31 रन
- 16 साल अफगानिस्तान क्रिकेट की सेवा करने का बाद कहा खेल को अलविदा
अबूधाबी: टी20 वर्ल्ड कप के बीच अचानक संन्यास का ऐलान करने वाले अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान रविवार को नामीबिया के खिलाफ आखिरी बार मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की टीम की शुरुआत अच्छी रही। 9.5 ओवर में अफगानिस्तान ने 2 विकेट खोकर 68 रन बना लिए। ऐसे में 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर असगर अफगान बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे।
मैदान पर बल्लेबाजी के लिए जब अफगान आए तब उन्हें नामीबिया की टीम और अंपायर्स ने गलियारा बनाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया। नामीबिया के कप्तान ने असगर अफगान को बल्लेबाजी शुरू करने से पहले आखिरी पारी के लिए शुभकामनाएं दीं।
मैदान पर मैच देखने आए अफगानी प्रशंसकों ने भी अपनी टीम के पूर्व कप्तान और हीरो को सैल्यूट करके विदाई दी। इस पल को देखकर स्टेडियम में बैठा हर शख्स भावनाओं में डूब गया।
आखिरी मैच में खेली 23 गेंद में 31 रन की पारी
इसके बाद बल्लेबाजी करते हुए असगर अफगान ने 23 गेंद में 31 रन की पारी खेली। पारी के 19वें ओवर में रिवर्स स्कूप जैसा शॉट खेलने की कोशिश में उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 3 चौके और 1 छक्का जड़ा। अफगान नामीबियाई गेंदबाज ट्रंपलमैन का शिकार बने। अफगान ने अपनी इस पारी के बल पर अफगानिस्तान को 150 रन के करीब पहुंचाया। अंत में अफगानिस्तान 20 ओवर में 5 विकेट पर 160 रन का स्कोर खड़ा किया।
पवेलियन वापसी पर हुआ स्पेशल स्वागत
आउट होने के बाद जब असगर पवेलियन वापस लौटे तो मैदान के बाहर पहुंचते ही उनकी टीम के खिलाड़ियों ने शानदार अंदाज में बैटों की मदद से गेट बनाकर उन्हें विदाई दी। यह पहल हर किसी को भावुक करने वाला था।
ऐसा रहा अफगान का करियर
33 वर्षीय अफगान ने अपने देश के सम्मान के लिए अपना नाम भी असगर स्टैनिकजई से असगर अफगान कर लिया था। अफगानिस्तान के पहले टेस्ट कप्तान बने असगर ने टीम के लिए 6 टेस्ट खेले और की 10 पारियों में 44 की औसत से 440 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक शतक और 3 अर्धशतक जड़े। 164 रन उनका सर्वाधिक टेस्ट स्कोर रहा। वहीं वनडे में उन्होंने 2424 और अंतरराष्ट्रीय टी20 में 1382 रन अफगानिस्तान के लिए बनाए। उन्होंने अफगानिस्तान के लिए 16 साल क्रिकेट खेली।