- सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन 1989 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था
- सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू किया था
- सचिन तेंदुलकर के साथ पाक के वकार यूनिस ने भी डेब्यू किया था
नई दिल्ली: 31 साल पहले आज के दिन सचिन तेंदुलकर ने कराची में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज किया था। तेंदुलकर वही शख्स हैं, जिन्होंने भारत में क्रिकेट को धर्म के रूप में परिवर्तन करने में अहम भूमिका निभाई। यहीं नहीं, उन्होंने 24 साल के अपने लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में बल्ले का ऐसा जाहैर दिखाया कि फैंस ने उन्हें 'क्रिकेट के भगवान' का दर्जा दिया। 16 साल और 205 दिन की उम्र में तेंदुलकर ने कराची में अपना पहला टेस्ट खेला था।
सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 को पहला टेस्ट खेला, जिसके तेज गेंदबाजी आक्रमण में इमरान खान और वसीम अकरम जैसे दिग्गज गेंदबाजों के नाम शामिल थे। सचिन तेंदुलकर भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे और यह रिकॉर्ड अब तक कायम है। महान सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में 34,000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए।
डेब्यू पारी में बना पाए थे 15 रन
सचिन तेंदुलकर के साथ ही इस टेस्ट में पाकिस्तान की तरफ से तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने भी डेब्यू किया था। वकार यूनिस ने मनोज प्रभाकर को आउट किया, जिसके बाद तेंदुलकर क्रीज पर आए। युवा बल्लेबाज के लिए डेब्यू मैच में दिग्गजों का सामना करने की चुनौती थी, जिसे वह खुद भी मानते हैं कि शर्मसार हुए थे। तेंदुलकर को लगा था कि वह अपने टेस्ट डेब्यू में कोई स्कूल मैच खेल रहे होंगे।
तेंदुलकर ने अपनी डेब्यू पारी में 15 रन बनाए थे और वकार यूनिस ने उन्हें अपना शिकार बनाया था। सचिन तेंदुलकर को इस टेस्ट में दूसरी बार बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था।
सचिन तेंदुलकर बने सर्वकालिक महान बल्लेबाज
डेब्यू के बाद सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना कद बढ़ाया और आगे चलकर सर्वकालिक महान बल्लेबाजों की श्रेणी में शामिल हुए। वह दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट और 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाए। तेंदुलकर ने अपने खेलने वाले दिनों में बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड्स बनाए या ध्वस्त किए। उन्होंने 200 टेस्ट में 53.78 की औसत और 51 शतकों सहित 15,921 रन बनाए। मुंबई के तेंदुलकर वास्तव में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन फिर बल्लेबाज बने और अच्छा ही हुआ, वरना क्रिकेट फैंस इतनी सही तकनीक कभी शायद ही देख पाते।
बहरहाल, तेंदुलकर ने 463 वनडे में 44.83 की औसत और 49 शतक व 96 अर्धशतकों की मदद से 18,426 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर ने 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदाई ली थी। 31 साल और संन्यास के सात साल भी सचिन तेंदुलकर का अंतरराष्ट्रीय डेब्यू की कहानी दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को रोमांचित करती है।