- भारत के पूर्व क्रिकेटर इफ्तिखास अली खान पटौदी ने भारत-इंग्लैंड का किया प्रतिनिधित्व
- इफ्तिखार ने पहले इंग्लैंड के लिए बाद में भारत के लिए खेला इंटरनेशनल मैच
- अपने डेब्यू मैच में ही इफ्तिखार ने जड़ा था शतक
Iftikhar Ali Khan: क्रिकेट जगत में जब इंटरनेशनल क्रिकेट की बात होती है, तो लगभग खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पूरे करियर में अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया है। इन सबके बीच कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट गलियारों में 2 देशों से खेलने में भी सफलता हासिल की है। जिसमें कई नाम मिल जाएंगे। लेकिन भारत की बात करें तो भारत से भी ऐसा खिलाड़ी हुआ है, जिसनें भारत के अलावा इंग्लैंड का भी प्रतिनिधित्व किया है। भारत से ये कारनामा करने वाले हैं पूर्व दिवंगत कप्तान इफ्तिखार अली खान पटौदी...
इंग्लैंड और भारत दोनों के लिए टेस्ट मैच खेलने वाले इकलौते क्रिकेटर
जी हां भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रह चुके इफ्तिखार अली खान पटौदी ने ना केवल भारत बल्कि उससे पहले इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में उतरने का काम किया है।
भारत के मशहूर क्रिकेटर नवाब मंसूर अली खान पटौदी के पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी ने सबसे पहले इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। साल 1932 में इफ्तिखार को इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने डगलस जॉर्डिन की कप्तानी में खेलने का मौका मिला।
इफ्तिखार अली खान ने किया है ये कारनामा
इफ्तिखार ने सिडनी में 2 दिसंबर 1932 को खेले गए अपने डेब्यू मैच में ही शतक के साथ आगाज किया था। उन्होंने पहले टेस्ट मैच में 102 रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें लगातार कुछ टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला, लेकिन वो कुछ खास कमाल नहीं कर सके।
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इफ्तिखार को इंग्लैंड के लिए आखिरी बार 1936 में खेलने का मौका मिल सका। इसके बाद वो भारत लौट आए। 10 साल के बाद इफ्तिखार को 1946 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ना केवल खेलने का मौका मिला, बल्कि कप्तानी भी की। वो भारत के लिए ज्यादा लंबा नहीं खेल सके और 3 टेस्ट और खेल सके। इस तरह से उन्होंने अपने करियर में केवल 6 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 3 इंग्लैंड और 3 टेस्ट भारत के लिए खेले।
इफ्तिखार अली खान की बात करें तो वो पंजाब के एक राजसी परिवार से नाता रखते हैं। जिससे उन्हें नवाब ऑफ पटौदी कहा जाता था। उनकी केवल 42 साल की उम्र में पोलो खेलने के दौरान घोड़े से गिरने पर मृत्यु हो गई।