- पाकिस्तान का इंग्लैंड दौरा 2020
- दो स्पिनरों के साथ उतरने की तैयारी में जुटा है पाकिस्तान
- पाकिस्तान के बॉलिंग कोच वकार यूनिस ने बताई है इसकी वजह
कराची, 21 जुलाई: पाकिस्तान क्रिकेट टीम जल्द ही मेजबान इंग्लैंड के सामने टेस्ट सीरीज में चुनौती पेश करेगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लंबे समय से दूर रहने के बाद मैदान पर लौटना पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती होगी क्योंकि इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज खेलकर एक बार फिर लय में आ चुकी है। इसको देखते हुए पाक टीम अलग-अलग रणनीतियां बना रही है और ऐसी ही एक रणनीति है दो स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरना। उनके गेंदबाजी कोच व पूर्व दिग्गज पेसर वकार यूनिस ने इस रणनीति के पीछे की वजह बताई है।
वकार यूनिस के मुताबिक इंग्लैंड में पिचों की प्रकृति बदल गयी है और ऐसे में टेस्ट सीरीज के दौरान उनके पास दो स्पिनरों के साथ खेलने का विकल्प रहेगा। यूनिस ने कहा कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच चल रही मौजूदा सीरीज में देखा गया है कि साउथैम्पटन और मैनचेस्टर की पिचें अब धीमी हो गयी हैं।
'हमें कुछ जानकारी मिली है'
गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने मीडिया के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘हमें यह देखना होगा कि वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में तीसरे टेस्ट मैच में पिच कैसा खेलती है लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि इंग्लैंड में पिचों का व्यवहार बदल गया है। अभी ये कहना जल्दी होगा कि कौन खेलेगा लेकिन वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैचों में हमें कुछ जानकारी मिली है। हम उन खिलाड़ियों को तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं जो इस तरह की पिचों पर प्रभावी हो सकते है। हम मौसम और अगस्त में यहां की गर्मी को ध्यान में रखकर हर विकल्प पर विचार कर रहे हैं और हम यहां तक कि दो स्पिनरों के साथ खेलने पर भी विचार कर सकते हैं।’
इंग्लैंड-वेस्टइंडीज तीसरे टेस्ट पर करीबी नजर
यूनिस ने कहा कि टीम प्रबंधन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे टेस्ट मैच पर भी करीबी नजर रखेगा। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच पांच अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। यूनिस ने कहा कि उन्हें हैरानी हुई कि गेंद को चमकाने के लिये लार का उपयोग नहीं करने के बावजूद तेज गेंदबाजों को खास परेशानी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लार का उपयोग नहीं करने पर गेंदबाजों को लेकर संदेह था क्योंकि उन्हें इसकी आदत होती है और मैं स्वयं तेज गेंदबाज रहा हूं। लेकिन मुझे लगता है कि अभी तक सब कुछ अच्छा चल रहा है। क्रिकेट गेंद में अंतर भी मायने रखता है।’’
यूनिस ने कहा, ‘‘ड्यूक गेंद कड़ी होती है और उसे पसीने से भी चमकाया जा सकता है तथा वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों में पिचें धीमी थी लेकिन गेंद सीम ले रही थी और मूव कर रही थी। अभी तक किसी गेंदबाज ने कोई शिकायत नहीं की है। यह व्यावहारिक है। ऐसे में भी काम चल सकता है। ’’