एंटीगुआ: श्रीलंकाई टीम ने 22 वर्षीय पाथुम निसांका को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में डेब्यू का मौका दिया है। पाथुम मैच की पहली पारी में सिर्फ 9 रन बना पाए, लेकिन वह दूसरी पारी में खुद को साबित करने में कामयाब रहे। वह डेब्यू टेस्ट में शतक जड़कर क्रिकेट प्रेमियों की निगाह में आ गए हैं। फर्स्ट क्लास मैचों में 67.54 की औसत से रन बनाने वाले पाथुम ने विंडीग के गेंदबाजों का डटकर सामना किया। उन्होंने 252 गेंदाबोंज का सामना करते हुए 103 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 6 चौके लगाए। उनकी पारी ने श्रीलंका को 375 रन जैसा बड़ा लक्ष्य देने में मदद की।
निसांका ने की दो अहम साझेदारियां
छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए पाथुम निसांका ने दो अहम साझेदारियां की, जिससे विपक्षी टीम को बार-बार अपनी रणनीति में बदलवा करना पड़ा। निसांका ने पांचवें विकेट के लिए धनंजय डि सिल्वा (50) के साथ पांचवें विकेट के लिए 79 रन जोड़े। वहीं निरोशन डिकवेला (96) के साथ 179 रन की साझेदारी की। निसांका का विकेट 140वें ओवर में 438 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्हें रहकीम कॉर्नवाल ने केमर रोज के हाथों लपकवाया। बता दें कि श्रीलंका ने पहली पारी में 169 जबकि दूसरी पारी में 476 रन बनाए। वेस्टइंडीज को पहली पारी के आधाकिर पर 102 की बढ़त मिली थी।
ये कारनामा करने वाले पहले श्रीलंकाई
पाथुम निसांका डेब्यू टेस्ट में शतक मारने वाले चौथे श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। उनसे पहले पदार्पण टेस्ट में कुरुप्पु, कालुविथारना और समरवीरा ने सैकड़े बनाए थे। कुरुप्पु ने 1987 में न्यूजीलैंड के खिलाफ, कालुविथारना ने 1992 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध और समरवीरा ने 2011 में भारत के खिलाफ ऐसा किया था। तीनों ने यह शतक घरेलू मैदान कोलंबो में में जमाए थे। वहीं, निसांका ने डेब्यू टेस्ट में विदेशी धरती पर सैंचुरी जड़ने का कारनामा अंदाम दिया है। वह घर से बाहर डेब्यू टेस्ट में शतक जमाने वाले पहले श्रीलंकाई बल्लेबाज बन गए हैं।