- इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 5 अगस्त से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी
- पीसीबी प्रमुख एहसान मनी ने इंग्लैंड टीम को पाकिस्तान दौरा करने का न्योता दिया है
- पाकिस्तान में कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं, फिर भी मनी ने इसे क्रिकेट के लिए सुरक्षित बताया
कराची: पाकिस्तान में लगातार कोरोना वायरस मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन उसके क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख ने देश को 'सुरक्षित' करार देते हुए इंग्लैंड क्रिकेट टीम से द्विपक्षीय सीरीज खेलने की गुजारिश की है। पाकिस्तान की टीम इस समय इंग्लैंड में तीन टेस्ट और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेलने के लिए मौजूद है। कोविड-19 ब्रेक के बाद यह तीसरी अंतरराष्ट्रीय सीरीज होगी।
कोविड-19 ब्रेक के बाद पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली गई। इसके बाद थ्री लायंस की टीम आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है। इसके बाद इंग्लैंड और पाकिस्तान भिड़ेंगे। इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच बुधवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पूर्व पीसीबी चेयरमैन मनी ने ईसीबी से पाकिस्तान को इंग्लैंड की मेजबानी का प्रस्ताव दिया और कहा कि उनके देश में कोविड-19 स्थिति सुधर रही है।
मनी ने कहा, 'इंग्लैंड को पाकिस्तान की यात्रा करके सीरीज खेलनी चाहिए। कोई देश जोखिम से मुक्त नहीं है, लेकिन पाकिस्तान में स्थिति सुधर रही है।' पिछले महीने पीसीबी प्रमुख कार्यकारी वसीम खान ने कहा था कि राष्ट्रीय टीम को इंग्लैंड भेजना काफी मुश्किल फैसला था क्योंकि ब्रिटेन में वायरस फैला हुआ है और वहां बहुत लोगों की जान जा चुकी है।
इंग्लैंड के लिए रवाना होने से पहले पाकिस्तान टीम के कई सदस्यों ने कोरोना वायरस टेस्ट कराया था, जिसमें वह पॉजीटिव निकले थे। इसके बाद सीरीज पर संकट के बादल मंडरा रहे थे। हालांकि, कई खिलाड़ियों की रिपोर्ट निगेटिव आई तो बोर्ड ने उन्हें इंग्लैंड जाने की मंजूरी दी। पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा, 'विश्व क्रिकेट को दोबारा पटरी पर लाने के लिए लगातार मैच खेलना जरूरी है।'
वेस्टइंडीज भी दे चुका है प्रस्ताव
पाकिस्तान से पहले वेस्टइंडीज क्रिकेट भी इंग्लैंड को अपने देश में सीरीज खेलने के लिए प्रस्ताव भेज चुका है। हाल ही में वेस्टइंडीज का इंग्लैंड दौरा खत्म होने के बाद जेसन होल्डर ने ईसीबी से साल के अंत में वेस्टइंडीज दौरा आयोजित करने की गुजारिश की थी। बता दें कि वेस्टइंडीज की इस समय आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और इंग्लैंड टीम के दौरा करने से उस पर से वित्तीय बोझ घटेगा।