- लाहौर टेस्ट की पिच तैयार करने के लिए पीसीबी ने मांगी आईसीसी के पूर्व क्यूरेटर की मदद
- रावलपिंडी और कराची टेस्ट की पिच की हुई थी चौतरफा आलोचना
- रावलपिंडी की पिच को आईसीसी ने दिया था औसत से निचले स्तर का करार
कराची: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों के लिये तैयार की गयी पिचों को लेकर लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सोमवार(21 मार्च) से शुरू हो रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच की तैयारियों पर नजर रखने के लिये आईसीसी अकादमी के पूर्व मुख्य क्यूरेटर टोबी लम्सडेन से मदद मांगी है।
पहले दो टेस्ट मैचों में कुल आठ शतक लगे जिनमें से छह शतक पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने लगाये। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने दो शतक कराची में लगाये। दोनों मैच में 2300 से अधिक रन बने। रावलपिंडी में पहले टेस्ट में केवल 14 विकेट गिरे जबकि कराची में दूसरे मैच में 28 विकेट गिरे।
लिम्सडेन करेंगे लाहौर की पिच तैयार करने में मदद
पीसीबी ने पुष्टि की है कि लम्सडेन 10 दिन के लिये लाहौर पहुंच गये हैं और वह तीसरे टेस्ट मैच के लिये पिच तैयार करने में स्थानीय क्यूरेटरों की मदद करेंगे। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद ने कहा कि पीसीबी को स्पिनरों की मददगार पिच तैयार करने के लिये भारतीय क्यूरेटरों की मदद लेनी चाहिए।
भारतीय क्यूरेटरों से लेनी चाहिए जानकारी: अकीब
आकिब ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'कहीं जाने की जरूरत नहीं। मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई आदि के क्यूरेटरों से पता करें कि वे टर्न लेने वाली पिच कैसे तैयार करते हैं जिन पर भारतीय स्पिनर हावी रहते हैं। मुझे हैरानी है कि अब तक पाकिस्तान टर्न लेने वाली पिच तैयार नहीं कर पाया जिनसे हमारे स्पिनरों को मदद मिलती।'