- पीएम मोदी ने फिर किया टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत का जिक्र
- तेजपुर युनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के दौरान भी किया था शानदार जीत का जिक्र
- बीसीसीआई ने पीएम को उत्साह बढ़ाने के लिए दिया धन्यवाद
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम की तारीफ करते हुए रविवार को कहा कि टीम की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक है। मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम में कहा, 'इस महीने हमें क्रिकेट की पिच से खुशखबरी मिली। शुरुआती निराशा के बाद, भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया में सीरीज पर ऐतिहासिक कब्जा जमाया। हमारी टीम की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक था।'
बीसीसीआई ने जताया पीएम का आभार
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी तारीफ के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है और ट्वीट करते हुए कहा, 'धन्यवाद, नरेंद्र मोदी जी आपके ये शब्द उत्साहित करते हैं। टीम इंडिया तिरंगे को ऊंचा फहराने के लिए हर संभव कोशिश करेगी।'
भारत को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। टीम इस मैच की दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ही ढेर हो गई थी। यहां से भारत ने दमदार वापसी की और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की।
36 रन पर ढेर होने के बाद की शानदार वापसी
भारतीय टीम ने हाल में आस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती है। भारत पहले टेस्ट में 36 रन पर ढेर हो गया था। उनके बाद रहाणे ने टीम की कमान संभाली थी और दूसरे टेस्ट में भारत को आठ विकेट से जीत दिलाई थी। इसके बाद सिडनी में मैच ड्रॉ रहा था और ब्रिस्बेन में भारत ने तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत के साथ सीरीज 2-1 से जीत ली।
प्रतिभा और टेंपरामेंट को दर्शाती है जीत
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जनवरी को भी भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि यह जीत देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। असम की तेजपुर यूनिवर्सिटी के 18वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि काफी चुनौतियों का सामना करने के बाद भी भारतीय टीम की आस्ट्रेलिया पर जीत उसकी प्रतिभा और टेम्परामेंट को दर्शाती है।
टीम ने गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई
मोदी ने कहा था, 'भारत ने ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौर पर कई चुनौतियों का सामना किया था। उसे बुरी हार मिली थी लेकिन उसने तेजी से वापसी की और अगला मैच जीता। चोटों के बाद भी उसने गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई। उसने घबराने के बजाए चुनौती स्वीकार की और नए समाधान की तरफ देखा।' उन्होंने कहा था, 'अनुभवहीन खिलाड़ी भी थे लेकिन उनका आत्मविश्वास ऊंचा था और उन्होंने मौके का फायदा उठाया। उन्होंने एक बेहतर टीम को अपने प्रतिभा और टैम्परामेंट से मात दी।'