- पीएम मोदी ने पत्र में कहा कि रैना आप संन्यास लेने के लिए बहुत युवा और ऊर्जावान हैं
- पीएम मोदी ने एमएस धोनी के बाद सुरेश रैना के लिए पत्र लिखा
- सुरेश रैना ने 15 अगस्त को एमएस धोनी के कुछ समय बाद संन्यास की घोषणा की थी
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर सुरेश रैना ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। पूर्व कप्तान एमएस धोनी के संन्यास लेने के कुछ समय बाद सुरेश रैना ने भी क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया था। रैना को हमेशा से टीम मैन कहा गया और उन्होंने संन्यास लेते समय भी इसका परिचय दिया था। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेश रैना को लेकर एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि आप रिटायर होने के लिए बहुत युवा और ऊर्जावान हैं।
पीएम मोदी ने एमएस धोनी के बाद सुरेश रैना को पत्र लिखा है। चलिए आपको हिंदी में अनुवाद करके बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेश रैना को लिखे पत्र में क्या कहा है।
प्रिय सुरेश,
15 अगस्त को आपने अपनी जिंदगी के सबसे कड़े फैसलों में से एक लिया होगा। मैं संन्यास शब्द का उपयोग नहीं करना चाहूंगा क्योंकि आप रिटायर होने के लिए काफी युवा और ऊर्जावान हैं। क्रिकेट के मैदान पर उम्दा पारी के बाद आप अपनी जिंदगी की अगली पारी की तैयारियों में जुटे हैं।
आपने क्रिकेट को जिया और सांस ली है। खेल में आपकी रुचि जिंदगी के शुरूआती पड़ाव में बढ़ी, मुरादनगर की गलियों से लेकर लखनऊ के मैदान तक आपने अपने पैर जमाए। वहां से, आपकी यात्रा कितनी शानदार रही है। आपने सबसे महत्वपूर्ण सम्मान भारत का प्रतिनिधित्व करना, हासिल किया। क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में आपने देश का सम्मान बढ़ाया, वो देश, जिसे आप गहराई से प्यार करते हैं।
पीढ़ियां आपको न सिर्फ एक बेहतरीन बल्लेबाज , लेकिन बहुत उपयोगी गेंदबाज के रूप में भी याद रखेगा, जिसे कप्तान स्थिति की मांग के मुताबिक उपयोग कर सकता है। आपकी फील्डिंग काफी शानदार और प्रेरणादायी रही। इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ सर्वश्रेष्ठ कैच आपकी विशिष्ट छाप है। आपने मैदान में अपनी फुर्ति से जो रन बचाएं हैं, उसे गिनने में दिन लग जाएंगे।
एक बल्लेबाज के रूप में आपने अपने आप को सभी प्रारूपों और विशेषकर क्रिकेट के सबसे नए प्रारूप टी20 क्रिकेट में अलग बनाया। यह आसान प्रारूप नहीं है। हमारे समय के अनुरूप इसमें डबल तेज समय में चीजें फिक्स करने की जरूरत होती है। फिर, आपकी मुस्तैदी और गति इस प्रारूप के लिए उपयोगी है।
भारत कभी 2011 विश्व कप के दौरान विशेषकर बाद के मुकाबलों के दौरान आपके प्रेरणादायी भूमिका को कभी नहीं भूलेगा। मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आपको लाइव एक्शन में देखा था। आपकी एंकर पारी की हमारी टीम की जीत में बड़ी भूमिका थी। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि ज्यादातर फैंस को आपके आकर्षक कवर ड्राइव्स की कमी खलेगी, मैं भाग्यशाली रहा कि उस दिन वो शॉट देख सका।
खिलाड़ियों को सिर्फ मैदान में उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रशंसा नहीं मिलती, लेकिन मैदान के बाहर उनके आचरण पर भी मिलती है। आपकी लड़ाई की भावना कई युवाओं को प्रेरित कर सकती हैं। आपके क्रिकेट करियर के दौरान आपने कई बार मुश्किल समय देखा जिसमें चोटों शामिल हैं। मगर हर बार आप इन चुनौतियों से ऊपर आए, आपकी दृढ़ता का धन्यवाद।
उसी समय, सुरेश रैना हमेशा के लिए टीम भावना का पर्याय बन गया। आपने निजी प्रतिष्ठा नहीं, लेकिन टीम और देश की प्रतिष्ठा के लिए खेला। मैदान में आपका उत्साह काफी प्रभावी रहा और हम सभी ने देखा कि विरोधी टीम का विकेट गिरने पर आप सबसे पहले विकेट का जश्न मनाने के लिए दौड़ते थे।
समाज के प्रति आपकी देखभाल और करुणा आपके कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में दिखाई देती है। आपने जुनूनी होते हुए महिला सशक्तिकरण, स्वच्छ भारत और जरूरतमंदों की मदद में समर्थन दिया। मुझे खुशी है कि आप भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े हैं और हमारे गौरवशाली लोकाचार के साथ-साथ मूल्य प्रणालियों के साथ युवाओं के जुड़ाव को गहरा करने पर गर्व करते हैं।
मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में आप जो भी करना चाहेंगे, उसमें भी आप बराबरी से शानदार और सफल पारी खेलेंगे। मुझे उम्मीद है कि आप इस मौके का लाभ उठाते हुए ज्यादा अच्छा समय प्रियंका, ग्रेसिया और रियो के साथ बिताएंगे।
भारत को खेलों में अग्रणी बनाने और युवा दिमागों को लगातार प्रेरित करने के लिए आप जो कुछ भी कर सकते हैं, उसके लिए धन्यवाद।
आपका
नरेंद्र मोदी