मेलबर्न: भारतीय महिला क्रिकेट टीम का विश्व विजय का सपना मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को तोड़ दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने एलिसा हीली(75) और बेथ मूनी(78*) की धमाकेदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 4 विकेट पर 184 रन का स्कोर खड़ा किया था लेकिन जीत के लिए 185 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 19.1 ओवर में महज 99 रन बनाकर ढेर हो गई। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रन के बड़े अंतर से मात देकर पांचवीं बार टी20 विश्व कप पर कब्जा कर लिया।
खराब फील्डिंग और कैच छोड़ने का भुगतना पड़ा खामियाजा
विश्व खिताब जीतने का सपना टूटने के बाद हरमनप्रीत ने कहा, जिस तरह लीग दौर में हमने क्रिकेट खेली थी वो शानदार था। आज फील्डिंग के दौरान कैच छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण रहा। मुझे अभी भी अपनी टीम पर पूरा विश्वास है। आने वाले एक से डेढ़ साल बेहद अहम होंगे हमें अपनी फील्डिंग में ध्यान देना होगा।
उन्होंने आगे कहा, जीत हार खेल का हिस्सा है कभी आप जीतते हैं और कभी आपको हार का सामना करना पड़ता है। लेकिन आपको हमेशा सीखते रहना होगा। लीग दौर के बाद मिले आठ दिन के ब्रेक के बारे में हरमनप्रीत ने कहा, कई बार ऐसा होता है लेकिन इस दौरान हम लोगों ने एकसाथ बहुत सारा समय गुजारा। ये खेल का हिस्सा है कई बार मैच निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप नहीं हो पाते हैं।
हम सही राह पर हैं
टीम के विश्व स्तर पर प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा कि पिछली बार हम सेमीफाइनल तक पहुंचे थे और इस बार हम फाइनल तक पहुंचे। मुझे लगता है कि हम सही राह पर चल रहे हैं। हर साल हमारे खेल में सुधार हो रहा है। हमें केवल इस बात पर ध्यान देना होगा कि बड़े मैचों में हम ध्यान केंद्रित करके कैसे खेलें। कई बार हम वैसा नहीं कर सके हैं।
भारतीय टीम ने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रुप ए में अपने सभी मैच में जीत हासिल की थी। पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 17 रन के अंतर से मात दी थी लेकिन फाइनल में उस प्रदर्शन को भारतीय टीम नहीं दोहरा सकी और एक बार फिर विश्व कप से खाली हाथ लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा।