- पूर्व सीओए विनोद राय का बड़ा खुलासा
- राहुल द्रविड़ थे मुख्य कोच पद के शीर्ष दावेदार
- लेकिन बाद में अचानक हुआ रवि शास्त्री के नाम पर फैसला
नई दिल्लीः जब 2017 में रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना गया था तब काफी सवाल उठे थे। बीसीसीआई की सलाहकार समिति ने शास्त्री के नाम पर मुहर लगाई थी लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व चेयरमैन विनोद राय ने कुछ और ही खुलासा किया है। उनके मुताबिक राहुल द्रविड़ उस लिस्ट में टॉप पर थे और उनको ही प्राथमिकता दी जानी थी लेकिन अंत में उनको इसलिए नहीं चुना गया क्योंकि द्रविड़ ने खुद ही इस रेस में ना उतरने का फैसला लिया।
राहुल द्रविड़ ने 2015 में इंडिया-ए और अंडर-19 टीमों के कोच के रूप में दो साल का करार किया था। इसके बाद 2017 में उनके पास मौका था कि वो टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बनें लेकिन द्रविड़ ने इंडिया-ए और अंडर-19 टीम का कोच बने रहने का फैसला लिया। 'स्पोर्ट्सकीड़ा' से बात करते हुए पूर्व सीओए प्रमुख विनोद राय ने बताया है कि वे सबसे पहले द्रविड़ के पास प्रस्ताव लेकर गए थे लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद टीम के निदेशक रह चुके रवि शास्त्री ने अनिल कुंबले की जगह ले ली।
द्रविड़ ने इसलिए ठुकराया था ऑफर
विनोद राय ने राहुल द्रविड़ के उस फैसले के बारे में बात करते हुए बताया कि, 'राहुल ने हमसे साफ-साफ बात की। उन्होंने कहा- देखिए मेरे घर में दो बच्चे हैं जो बड़े हो रहे हैं और मैं अब तक मैं टीम के साथ पूरी दुनिया घूमता रहा हूं और उनको समय नहीं दे पाया था। मुझे लगता है कि अब घर पर भी रहना चाहिए और परिवार को अपना समय देना चाहिए।' विनोद राय ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि उसकी गुजारिश सही थी। हालांकि वो हमारे मन में इस पद के लिए पहला नाम था।' राहुल द्रविड़ ने 2019 में इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के कोच पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि उनको उससे भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का निदेशक चुना गया है।
शास्त्री को इनसे मिली थी चुनौती
द्रविड़ के मना करने के बाद रवि शास्त्री के लिए काफी हद तक रास्ता साफ हो गया था। कोच पद के लिए जब इंटरव्यू हुए तो शास्त्री के सामने वीरेंद्र सहवाग और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज टॉम मूडी की चुनौती थी। बाद में शास्त्री को इन दो दिग्गजों पर तरजीह दी गई क्योंकि वो टीम निदेशक के रूप में भारतीय टीम के साथ मौजूद रह चुके थे। पिछले साल उनका कार्यकाल खत्म होने पर फिर से करारा को बढ़ा दिया गया और अब वो भारत में होने वाले 2021 टी20 विश्व तक भारतीय टीम के मुख्य कोच रहेंगे।