- राहुल द्रविड़ ने ऋद्धिमान साहा से उनके भविष्य के बारे में बातचीत की
- आकाश चोपड़ा का मानना है कि द्रविड़ के शब्दों को घुमाया गया और गलत तरह से प्रस्तुत किया
- चोपड़ा ने भारतीय टीम से बाहर होने का अपना उदाहरण दिया
नई दिल्ली: राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का जब हेड कोच नियुक्त किया गया तो कई क्रिकेटर्स और खेल प्रेमियों ने राहत की सांस ली। उनका मानना था कि टीम में संचार एकदम स्पष्ट होगा। हालांकि, कई लोगों ने इस पर निराशा व्यक्त की जब खबरें आई कि राहुल द्रविड़ ने ऋद्धिमान साहा को संन्यास लेने की सलाह दी। इसमें कोई शक नहीं कि साहा को भारतीय टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि द्रविड़ के साहा को कहे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
द्रविड़ के असली शब्द साहा को कहे गए थे, 'ऋद्धि मुझे नहीं पता कि यह कैसे कहे, लेकिन कुछ सम के लिए अब चयनकर्ता और टीम प्रबंधन नए चेहरे को देखना चाह रहा है। क्योंकि आप विकेटकीपर की पहली पसंद नहीं हैं। क्योंकि आपने कुछ समय से भारत के लिए नहीं खेला है तो हम इस समय का उपयोग युवा विकेटकीपर को निखारने के लिए करना चाहते हैं।' हालांकि कई लोगों ने सोचा कि द्रविड़ ने साहा को संन्यास लेने की सलाह दी, जिसे विकेटकीपर ने खारिज कर दिया।
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'यह तोड़-मरोड़कर पेश किया गया कि राहुल द्रविड़ ने ऋद्धिमान साहा को संन्यास लेने को कहा और विकेटकीपर ने इसे खारिज कर दिया। यह उनका फैसला है कि वो कब संन्यास लेना चाहते हैं। पहली बात तो यह मामला नहीं है। सच्चाई यह है कि राहुल द्रविड़ खूब ईमानदार हैं और यह ईमानदारी शीर्ष पर है।' चोपड़ा ने खुद अपना उदाहरण दिया और समझाया कि कैसे द्रविड़ ने उन्हें पूरा परिदृश्य समझाया था जब उन्हें टीम से बाहर किया गया था।
चोपड़ा ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो जब मैं भारतीय टीम से बाहर हुआ, राहुल द्रविड़ कप्तान थे। उन्होंने मुझे और पार्थिव पटेल दोनों को अलग-अलग बुलाया और कहा कि हम नीति का हिस्सा हैं। हम अगले मैच के लिए नहीं चुने गए, लेकिन यह रास्ते का अंत नहीं है। उन्हें यह करने की जरूरत नहीं थी। वो तो कार्यवाहक कप्तान थे। सौरव गांगुली उपलब्ध नहीं थे, लेकिन वो फोन उठाकर बात कर सकते थे।'
जहां तक साहा की बात है तम उन्हें इस साल श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए मौका नहीं मिला और वह रणजी ट्रॉफी में भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं। मगर जहां तक निजी लक्ष्य की बात है तो साहा संन्यास नहीं लेना चाहते और लंबे समय तक खेल खेलते रहना चाहते हैं।