बेंगलुरु: घरेलू क्रिकेट की दिग्गज टीम मुंबई ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के खिलाफ अपने सेमीफाइनल मैच के अंतिम दिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की औपचारिकता पूरी की। जस्ट क्रिकेट अकादमी मैदान पर 41 बार की चैंपियन टीम ने इस मुकाबले की पहली गेंद से अपना दबदबा कायम करते हुए उत्तर प्रदेश को कोई मौका नहीं दिया। यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
मुंबई ने अपनी पहली पारी में 393 रन बनाने के बाद उत्तर प्रदेश की पारी को 180 रनों पर समेट कर बड़ी बढ़त हासिल की। शुक्रवार को जब चौथे दिन खेल समाप्त हुआ था तो मुंबई ने यशस्वी (181)जायसवाल और अरमान जाफर (127) के शतकों के दम पर चार विकेट पर 449 रन बनाए थे।
इस समय मुंबई की कुल बढ़त 662 रनों की हो गयी थी, जिससे मुंबई के फाइनल में पहुंचने पर लगभग मुहर लग गयी थी।
शनिवार को मैदान के गीले होने के कारण लंच के सत्र के बाद खेल शुरू हुआ। और सरफराज खान (नाबाद 59) और शम्स मुलानी (नाबाद 51) ने उत्तर प्रदेश की कमजोर गेंदबाजी का फायदा उठाना जारी रखा। दोनों बल्लेबाजों के अर्धशतक के पूरा होने के बाद दोनों टीमों के कप्तानों में मैच को ड्रॉ करने पर सहमति जतायी।
मुंबई ने दूसरी पारी में चार विकेट पर 533 रन बनाये, जिससे उनकी कुल बढ़त 746 रन की हो गयी। सरफराज ने 100 गेंद की अपनी नाबाद पारी में एक चौका और तीन छक्के जड़े जबकि मुलानी ने 89 गेंद की नाबाद पारी में छह चौके लगाये। दोनों पारियों में शतक लगाने वाले जायसवाल मैन ऑफ द मैच चुने गये।
फाइनल में मुंबई का सामना मध्य प्रदेश से होगा, जो 22 जून से एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। फाइनल में मुंबई के दो पूर्व खिलाड़ी आमने-सामने होंगे। मुंबई के कोच अमोल मजूमदार और मध्य प्रदेश के कोच चंद्रकांत पंडित दोनों मुंबई के लिए खेल चुके हैं।