- अपने आक्रामक रवैये के लिए बदनाम थे पूर्व पाक कप्तान जाावेद मियांंदाद
- 1987 में मियांदाद की भिड़ंत पूर्व भारतीय आलराउंडर रवि शास्त्री के साथ हुई थी
- हैदराबाद में खेले गए इस मैच में भारत ने पाक को शिकस्त दी थी
जावेद मियांदाद पाकिस्तान के महान बल्लेबाजों में से एक हैं और इसके साथ-साथ पूर्व कप्तान अपने आक्रामक रवैये के लिए भी जाने जाते थे। उनका यह बर्ताव कभी-कभी इतना आक्रमक हो जाता था कि, बात हाथापाई तक पहुंच जाती थी। कुछ ऐसा ही हैदराबाद में 1987 में भारत के साथ खेले गए वनडे मैच के दौरान भी हुआ।
टाई होने के बाद भी भारत को मिली थी जीत
1987 में पाकिस्तान की टीम 6 वनडे मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारत आई थी। पाक टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज 5-1 से जीती थी। मेजबान भारतीय टीम इस सीरीज में सिर्फ एक ही मैच जीत सकी और क्लीन स्वीप होने से बच गई। यह सीरीज का तीसरा वनडे मैच था, जो हैैदराबाद में खेला गया था। दिलचस्प बात है कि यह मैच टाई हुआ था, लेकिन उस समय के एक नियम से मैच भारत ने जीता था। नियम यह था कि मैच टाई होने की स्थिति में जिस टीम ने कम विकेट गंवाए होंगे, वो मैच जीतेगी। भारत ने 44 ओेवर में 6 विकेट पर 212 रन बनाए थे। जवाब में पाक टीम 44 ओवर में 7 विकेट पर 212 रन ही बना सकी और मैच टाई हो गया।
मैच हारने से बौखला गए थे मियांदाद
पाक बल्लेबाज जावेद मियांदाद मैच हारने के बाद बुरी तरह से बौखला गए थे। इस पूरे वाकये को एक इंटरव्यू के दौरान खुद रवि शास्त्री ने सुनाया। उन्होंने कहा, मैच जीतने के बाद हम लोग ड्रेसिंग रूम में आराम फरमा रहे थे। तभी मैंने देखा कि जावेद मियांदाद ने हमारे ड्रेसिंग रूम में प्रवेश किया और वह हम सभी पर जोर-जोर से चिल्लाने लेगे। वह कह रहे थे कि तुम लोगों ने बेईमानी से यह मैच जीता है। हालांकि कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उनका गुस्सा शांत ही नहीं हो रहा था।
रवि को देख जावेद भाग निकले
पूर्व भारतीय आलराउंडर और कोच रवि शास्त्री ने कहा कि जब मियांदाद का चिल्लाना खत्म नहीं हुआ तो मुझे भी गुस्सा आ गया। मैं उनका यह बर्ताव सहन नहीं कर पा रहा था। जब वह शांत नहीं हुए तो मैंने अपना एक जूता उठाया और उनके पीछे भागा। मुझे देखकर मियांदाद दुम दबा कर वहां से भाग निकले।
कप्तान इमरान खान ने कराई सुलह
मियांदाद और रवि शास्त्री के बीच हुई झड़प की बात चारों तरफ फैल गई थी। जब यह बात पाकिस्तान के कप्तान इमरान खान को पता चली तो उन्होंने समझदारी दिखाई। उन्होंने मियांदाद और रवि शास्त्री को बुलाया और दोनों के बीच सुलह कराई। आखिर में मामला शांत हुआ और बाद में चौथे वनडे मैच के लिए दोनों टीमें एक ही फ्लाइट में साथ आईं।