- अश्विन ने कानपुर टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की
- उन्होंने पहली-दूसरी पारी में 3-3 विकेट झटके
- अश्विन ने मैच के बाद हरजभन को धन्यवाद कहा
कानपुर: भारत के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह को ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित करने को लेकर उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भज्जी के अद्भुत स्पेल को देखने के बाद ही मैंने गेंदबाजी करनी शुरू की थी। सोमवार को अश्विन ने हरभजन के 417 विकेटों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने यहां ग्रीन पार्क में न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरुआती टेस्ट के अंतिम दिन 419 टेस्ट क्रिकेट लेकर भारत के तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए, लेकिन यह मैच दोनों टीमों के बीच बेनतीजा रहा। 28 नवंबर को 35 साल के खिलाड़ी ने विल यंग को 4 दिन पर आउट करने के बाद हरभजन के 417 विकेटों की बराबरी की थी।
अश्विन ने न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में टॉम लाथम को आउट करके टेस्ट में हरभजन के 417 विकेटों को पीछे छोड़ दिया। अश्विन ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में कहा, 'यह मेरे लिए एक अद्भुत मुकाम है। हरभजन सिंह ने जब 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन स्पेल डाला था, तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं उनको देखकर कभी एक ऑफ स्पिनर भी बनूंगा। उनसे प्रेरित होकर, मैंने गेंदबाजी शुरू की और इस वजह से मैं यहां हूं। मुझे प्रेरित करने के लिए भज्जी पा को धन्यवाद।' अश्विन अब अनिल कुंबले (619) और कपिल देव (434) से पीछे हैं, जो भारत के सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वालों की सूची में हैं।
अश्विन 400 से ज्यादा विकेट लेने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज हैं। सोमवार की उपलब्धि ने उन्हें पाकिस्तान के वसीम अकरम (414) को रिकॉर्ड तोड़ते हुए टेस्ट में 13वां सबसे अधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज बना दिया। वह इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (524 विकेट) और जेम्स एंडरसन (632) के बाद सक्रिय क्रिकेटरों में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अश्विन, ने नवंबर 2011 में नई दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने 52.76 की स्ट्राइक रेट और 24.49 की औसत से विकेट लिए हैं।