- बतौर कप्तान तीनों फॉर्मेट में पारी की शुरुआत करने वाले पहले खिलाड़ी बने रोहित शर्मा
- तीनों ही फॉर्मेट में मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में रोहित ने की थी करियर की शुरुआत
- शुक्रवार को बतौर टेस्ट कप्तान मयंक अग्रवाल के साथ पारी का आगाज करने उतरे
मोहाली: श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में खेले जा रहे सीरीज के पहले टेस्ट मैच के साथ ही भारतीय क्रिकेट में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। रोहित शर्मा ने देश के 35वें टेस्ट कप्तान के रूप में कमान संभाली। बतौर कप्तान करियर के पहले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे।
तीनों फॉर्मेट में बतौर कप्तान पारी की शुरुआत करने वाले पहले खिलाड़ी
इसी के साथ ही उनके नाम एक स्पेशल रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। रोहित शर्मा तीनों फॉर्मेट में गैर सलामी बल्लेबाज के रूप में करियर की शुरुआत करने के बाद तीनों ही फॉर्मेट में बतौर कप्तान पहले मैच में पारी की शुरुआत करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले दुनिया का और कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं कर सका।
साल 2013 में धोनी ने बनाया रोहित को ओपनर
मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले रोहित शर्मा को बतौर ओपनर करियर की शुरुआत का मौका साल 2013 में एमएस धोनी ने इंग्लैंड में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान दिया था। उसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका कद बढ़ता ही गया। उन्होंने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। ओपनर के रूप में शुरुआत करने के 9 साल बाद वो तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान बन गए हैं और तीनों ही फॉर्मेट में टीम के लिए नियमित तौर पर पारी की शुरुआत करते हैं।
बतौर टेस्ट कप्तान पहली पारी में नहीं मचा पाए धमाल
भारत के नए टेस्ट कप्तान के रूप में रोहित शर्मा मोहाली में अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा सके। मयंक अग्रवाल के साथ पहले विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी करने के बाद हिटमैन लॉन्ग लेग बाउंड्री पर लहिरू कुमारा की गेंद पर सुरंगा लकमल के हाथों लपके गए। रोहित ने 28 गेंद में 29 रन बनाए। इस बारी के दौरान उन्होंने 6 चौके जड़े।