- रोहित शर्मा को याद आए पुराने दिन
- फैंस से जुड़े 2007 के सबसे खास पल को किया याद
- मैदान में फैंस की मौजूदगी टीम में भरती है जान
मुंबई: किसी भी खेल में फैंस व दर्शकों की अहम भूमिका रहती है। मैदान में खिलाड़ियों में जोश भरना हो या फिर उनको आम से खास बनाना, ये फैंस के बिना मुमकिन नहीं होता। यही वजह है कि ज्यादातर खिलाड़ी फैंस को सम्मान देने से नहीं चूकते। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज और सीमित ओवर क्रिकेट में टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ पुराने दिनों को याद करते हुए बताया है कि फैंस से जुड़ा वो कौन सा पल था जो उनके लिए सबसे खास है।
हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा का मानना है कि दर्शक या फैन राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने और मैच जीतने का अभिन्न हिस्सा हैं। उनके मुताबिक स्टेडियम दर्शकों से जब भरा होता है तभी खेल का असली आनंद आता है। बेशक उम्मीदों का दबाव होता है लेकिन यही अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खिलाड़ियों को प्रेरित भी करता है।
2007 का वो पल सबसे खास
रोहित शर्मा ने क्रिकेट कनेक्टेड कार्यक्रम में कहा, 'आपको कभी महसूस नहीं होगा कि आप भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल रहे हैं जब तक कि फैंस का समर्थन ना हो।मुझे अभी भी याद है जब हमने 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में जीत हासिल की थी तो हमारा होटल फैंस से भरा हुआ था और वे सभी जश्न मना रहे थे और डांस कर रहे थे। मैं अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर सका क्योंकि मैंने ऐसा कुछ पहले कभी नहीं देखा था।' उन्होंने कहा, 'आप हमेशा फैंस को स्टेडियम में देखते हैं। लेकिन उस दिन फैंस और समर्थकों को होटल में देखना। मुझे लगता है कि फैंस का जुनून और प्रेम टीम को आगे बढ़ाने में मदद करता है।
खाली स्टेडियम में क्रिकेट
कोरोना वायरस महामारी के दौरान क्रिकेट की दोबारा शुरुआत तो होने जा रही है लेकिन अभी भारतीय टीम का कार्यक्रम निर्धारित नहीं है। बेशक रोहित शर्मा जैसे सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर हो या कोई अन्य लेवल, सभी दर्शकों की मौजूदगी में क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हालांकि कोरोना काल में ये मुमकिन नहीं होगा और फिलहाल क्रिकेट को खाली मैदानों पर ही खेला जाएगा। कुछ दिग्गज खिलाड़ियों ने इसके पक्ष में बयान दिए जबकि कुछ खिलाड़ी इससे नाखुश भी हैं। फिलहाल दुनिया भर में कोरोना संक्रमण का हाल देखते हुए ये कदम उठाना जरूरी है।