- रोहित शर्मा ने कहा कि टीम इंडिया का एक ही सपना है विश्व कप जीतना
- रोहित ने टी20 विश्व कप 2020 पर अनिश्चिंतता के बादल छाने पर विचार रखे
- रोहित ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान घर में सीमित ट्रेनिंग पर्याप्त नहीं
मुंबई: रोहित शर्मा ने इंग्लैंड में पिछले साल ढेरो रन बनाए, लेकिन विश्व कप का खिताब जीतने से चूक गए। मगर भारतीय सीमित ओवर टीम के उप-कप्तान ने विश्व कप जीतने के सपने को छोड़ा नहीं है। इंडिया टुडे ई-कॉनक्लेव कोरोना सीरीज में बातचीत करते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि विश्व कप ऐसी चीज है, जो वह और उनकी टीम के साथी एकसाथ जीतने का सपना देख रहे हैं। रोहित को विश्वास है कि निकट भविष्य में भारतीय टीम विश्व कप का खिताब जरूर जीतेगी।
2019 विश्व कप में रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 9 मैचों में रिकॉर्ड-तोड़ पांच शतक की मदद से 648 रन बनाए थे। हालांकि, भारत का सेमीफाइनल में सफर समाप्त हो गया था जब न्यूजीलैंड के हाथों उसे शिकस्त झेलनी पड़ी थी। 2007 वर्ल्ड टी20 और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी विजयी टीम के सदस्य रहे रोहित ने कहा कि उनका पूरा ध्यान आगामी टी20 वर्ल्ड कप पर लगा है।
हिटमैन ने कहा, 'हम सभी का सपना है एकसाथ विश्व कप खिताब जीतना। मैं विश्व कप जीतना चाहता हूं। ये सच है कि जब भी आप मैदान में जाते हैं तो हर मैच जीतना चाहते हैं। मगर विश्व कप ऐसा है, जिसके बारे में आपको पता है कि ये सभी चीजों का शिखर है। मैं विश्व कप जीतना चाहता हूं।' ऑस्ट्रेलिया में इस साल टी20 विश्व कप होना है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इस टूर्नामेंट पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कोरोना वायरस का खेल जगत पर गहरा प्रभाव पड़ा है और तोक्यो ओलंपिक्स समेत कई बड़े टूर्नामेंट स्थगित कर दिए गए हैं।
आईसीसी गुरुवार को सीईसी की बैठक में टी20 विश्व कप के भाग्य पर विचार करेगी। रोहित शर्मा को विश्वास है कि दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड खेलों के लौटने के बाद टी20 विश्व कप के लिए टीमों को तैयारी का पर्याप्त समय देने के बारे में जरूर विचार करेगी।
विश्व कप के लिए मिले पर्याप्त समय
न्यूजीलैंड दौरे के बीच में चोटिल होने के कारण देश लौटे रोहित शर्मा ने कहा कि उन्हें कोरोना संकट समाप्त होने के बाद पूरी फिटनेस हासिल करने का भरोसा है। मुंबई के बल्लेबाज ने कहा, 'हमें पक्का नहीं पता कि टी20 विश्व कप कब होगा। अभी अगर देखा जाए तो हमारे पास तैयारी करने का पर्याप्त समय है। दुनिया के क्रिकेट बोर्ड आसानी से नहीं कहेंगे कि सबकुछ ठीक है, हम विश्व कप आयोजित करा रहे हैं। सभी देशों को तैयारी करने का पर्याप्त समय मिलना चाहिए क्योंकि सभी देश लॉकडाउन में हैं। कोई खेल नहीं रहा। कोई ट्रेनिंग नहीं कर रहा है। घर में सीमित सामान पर्याप्त नहीं।'
उन्होंने आगे कहा, 'आपको मैदान में जाकर ट्रेनिंग करने की जरूरत है ताकि रूटीन में आ सकें और मांसपेशियों में मजबूती आए। मेरे लिए विशेषतौर पर क्योंकि लॉकडाउन से पहले मैं चोटिल हुआ और मुझे कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। मैं अपनी फिटनेस टेस्ट के करीब पहुंच गया था। मेरे लिए पहली चीज फिटनेस टेस्ट पास करके कुछ गेंदों पर बल्ला अड़ाना है। मैंने आखिरी गेंद 2 फरवरी को खेली थी। तब मैं चोटिल हो गया था। मेरा ध्यान आगे मैदान पर जाकर खेलने का है और वही करने का है, जिससे सबसे ज्यादा मुझे प्यार है।'