- भारत बनाम श्रीलंका तीसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच - कोलंबो
- चोटिल नवदीप सैनी की जगह संदीप वॉरियर को मिली टीम इंडिया में जगह
- संदीप वॉरियर करेंगे अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट डेब्यू
किस्मत आपको अगर कहीं ले जाना चाहती है तो वो होकर रहेगा..ऐसा ही कुछ गुरुवार को कोलंबो में हुआ जब भारत-श्रीलंका तीसरे टी20 मैच से पहले एक भारतीय खिलाड़ी को डेब्यू करने का बुलावा मिला। हम बात कर रहे हैं 30 वर्षीय संदीप वॉरियर (Sandeep Warrier) की जिनको श्रीलंका भेजा किसी और काम से गया था, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनीं कि उनको वो हासिल हो गया जिसका सपना हर क्रिकेटर देखता है। अपने देश से खेलने का सपना। हालांकि उनके लिए ये डेब्यू यादगार नहीं रहा क्योंकि उन्होंने इस मैच में कोई विकेट नहीं लिया और भारत ने ये मैच 7 विकेट से गंवा भी दिया, जिसके साथ ही सीरीज भी हाथ से निकल गई।
केरल के 30 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज संदीप वॉरियर को गुरुवार को टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। संदीप वॉरियर को श्रीलंका एक नेट बॉलर के रूप में भेजा गया था। उनका व चार अन्य गेंदबाजों का काम सिर्फ भारतीय बल्लेबाजों को नेट्स में अभ्यास कराना था। लेकिन अचानक परिस्थितियां बदल गईं। दूसरे टी20 मैच में नवदीप सैनी चोटिल हो गए थे और उनको इस मैच में नहीं उतारा जा सका।
क्रुणाल पांड्या के कोविड संक्रमित होने और उनके संपर्क में आए तकरीबन 8 खिलाड़ियों के पृथकवास में जाने के कारण सभी विकल्प खत्म हो गए थे। ऐसे में एक अतिरिक्त चयन इन्हीं पांच नेट गेंदबाजों में से किया जाना था, जिनको एक दिन पहले मुख्य टीम में शामिल कर लिया गया था। इन चारों में संदीप वॉरियर सबसे अनुभवी थे और उन्हीं को मौका मिल गया।
कौन हैं संदीप वॉरियर? 9 साल का इंतजार खत्म
केरल के थ्रिस्सुर में 4 अप्रैल 1991 को जन्मे संदीप वॉरियर ने नवंबर 2012 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट डेब्यू किया था। वो तभी से मेहनत करते हुए बड़े मौके का इंतजार कर रहे थे। आखिर उनकी मेहनत 9 साल बाद रंग लाई और उन्हें टीम इंडिया में जगह मिल गई। संदीप ने 57 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैचों में 186 विकेट लिए हैं, जबकि लिस्ट-ए क्रिकेट में 55 मैच खेलते हुए 66 विकेट लिए हैं और 54 टी20 मैचों में 53 विकेट लिए हैं। आईपीएल में वो कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा हैं। हाल ही में वो कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद वो जंग भी जीत चुके हैं।
एक दिन पहले दूसरे टी20 मैच से पहले टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने साफ कहा था कि भारतीय टीम के पास सिर्फ 11 खिलाड़ी चयन के लिए बचे थे और उन सबको मैदान पर उतार दिया गया था। ऐसे में सैनी के चोटिल होने से साफ हो गया था कि एक और खिलाड़ी का डेब्यू होगा। इस सीरीज/दौरे में सर्वाधिक 19 खिलाड़ियों का भारत ने प्रयोग किया, ये एक रिकॉर्ड है।