भारत के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कॉमेंटटर संजय मांजरेकर की बीसीसीआई के कॉमेंट्री पैनल में वापसी हो गई है। वह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली आगामी सीरीज में कॉमेंट्री बॉक्स में नजर आएंगे। वह अंग्रेजी कॉमेंट्री पैनल का हिस्सा होंगे। मांजरेकर के अलावा हर्षा भोगले, अजय जडेजा, मुरली कार्तिक और अजीत आगरकर भी पैनल में हैं। वहीं, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे पूर्व दिग्गज क्रिकेटर हिंदी कॉमेंट्री पैनल में होंगे। मांजरेकर को बीसीसीआई ने इस साल मार्च में बाहर का रास्ता दिखाया दिया था। उन्हें भारत और दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज शुरू होने से पहले हटाया गया था।
मांजरेकर ने बीसीसीआई से लगाई थी गुहार
आईपीएल 2020 के आगाज से पहले संजय मांजरेकर ने बीसीसीआई से दोबारा बहाल करने की गुहार लगाई थी। इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई को पत्र लिखा था और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि अगर किसी को भी अंजाने में उनकी बात से बुरा लगा है तो वह मांगने के लिए तैयार हैं। हालांकि, मांजरेकर द्वारा बीसीसीआई को पत्र लिखकर खुद को कॉमेंट्री पैनल में शामिल किए जाने के अनुरोध का कोई फाएदा नहीं हुआ था और उन्हें आईपीएल के कॉमेन्ट्रर्स की सूची में शामिल नहीं किया गया।
इन विवादों के बाद BCCI के निशाने पर आए
बीसीसीआई ने मांजरेकर को पैनल से हटाने के पीछे के आधिकारिक कारण का खुलासा नहीं किया है। मांजरेकर 2019/20 सीजन के दौरान कुछ विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहे थे, जिसके बाद वह बीसीसीआई के निशाने पर आ गए थे। उनके दो विवाद काफी चर्चित में रहे थे। पिछले साल विश्व कप के दौरान मांजरेकर की ऑलराउंडर रवींद्र जड़ेजा पर की गई एक टिप्पणी पर बहुत विवाद हुआ था। उन्होंने जडेजा को 'बिट्स एंड पीसेस'( टुकड़ों में प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी) खिलाड़ी बताया था। वहीं, मांजरेकर ने अपने बचाव में कहा था कि उन्होंने ये बात ऑन एयर नहीं बल्कि एक एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए कही थी। इसके अलावा
भोगले की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया
इसके अलावा मांजरेकर की प्रसिद्ध क्रिकेट विशेषज्ञ और कॉमेंटेटर हर्षा भोगले की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ। बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल नवंबर में कोलकाता में खेले गए ऐतिहासिक पिंक बॉल टेस्ट के दौरान मांजरेकर ने ऑनएयर भोगले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उनके पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का अनुभव भी नहीं है। गौरतलब है कि मांजरेकर को दुनिया के बेहतरीन कमेंटेटर्स में से एक माना जाता है। वह पिछले तीन विश्व कप में कमेंट्री पैनल का हिस्सा रह चुके हैं। मांजरेकर साल 1996 में रिटायरमेंट के बाद से आईसीसी के अधिकतर इवेंट में कमेंट्री करते हुए नजर आए हैं।