नई दिल्ली: आयरलैंड और जिंबाब्वे के बीच खेली गई सीमित ओवरों की हालिया सीरीज से पहले एक खबर ने बहुत सुर्खियां बटोरी थी वो था सीन विलियम्स का संन्यास। 34 वर्षीय ऑलराउंडर सीन विलियम्स जिंबाब्वे क्रिकेट को एक पत्र लिखकर सूचना दी थी कि वो तीन महीने बाद संन्यास ले लेंगे। उनका नोटिस पीरियड नवंबर में खत्म होगा।
माना जा रहा थी कि सीन विलियम्स जिंबाब्वे क्रिकेट के कुछ फैसलों और कोच लालचंद राजपूत की सेवाओं से खुश नहीं थे। लेकिन अब सीन विलियम्स ने अपना संन्यास का फैसला बदल लिया है। जिंबाब्वे के एक अखबार संडे न्यूज के मुताबिक उन्होंने बोर्ड को सूचित कर दिया है कि वो संन्यास का फैसला बदल रहे हैं। उनका बोर्ड के साथ 10 महीने का केंद्रीय अनुबंध बाकी है। इस घटना के बाद कोच लालचंद राजपूत निशाने पर आ गए हैं।
बेहद खराब रहा है बतौर कोच लालचंद राजपूत का प्रदर्शन
दो साल पहले लालचंद राजपूत ने जिंबाब्वे के मुख्य कोच के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी। राजपूत के जिम्मेदारी संभालने ही माना जा रहा था कि जिंबाब्वे की टीम के प्रदर्शन में सुधार आएगा लेकिन उनका अबतक का कार्यकाल बहुत प्रभावशाली नहीं रहा। साल 2018 में उनके पद संभालने के बाद से जिंबाब्वे को 29 वनडे मैचों में से केवल 4 में जीत मिली है।
वहीं अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों की बात की जाए तो 29 मैचों में से जिंबाब्वे की टीम केवल 8 में जीत दर्ज कर सकी। टेस्ट क्रिकेट में भी परिणाम बेहद निराशाजनक रहे। 10 टेस्ट में जिंबाब्वे की टीम केवल 2 में विजय हासिल कर सकी।
सितंबर में समाप्त हो रहा है कार्यकाल, औरों पर भी गिरेगी गाज
जिंबाब्वे के कोच के रूप में राजपूत का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो रहा है। अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि उनके कार्यकाल को नहीं बढ़ाया जाएगा। इस संबंध में वहां चर्चा भी चल रही हैं।
इसके अलावा भी टीम में व्यापक बदलाव की योजना भी बन रही है। राजपूत के अलावा टीम की टेक्निकल टीम में भी बदलाव हो सकते हैं। स्टुअर्ट मैटसीकेनयरी, डगलस होंडो और शीफर्ड मकुनूरा के ऊपर भी गाज गिर सकती है। राष्ट्रीय टीम को ये बात समझ में आ गई है कि इन लोगों के साथ होने से टीम को कोई फायदा नहीं हुआ है।
फिलहाल जिंबाब्वे की टीम आयरलैंड के साथ क्रिकेट सीरीज में व्यस्त हैं। टी20 सीरीज में जिंबाब्वे ने विजयी शुरुआत की थी लेकिन दूसरे टी20 में आयरलैंड ने शानदार वापसी करके सीरीज 1-1 से बराबर कर ली है।