- कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए युवी और भज्जी ने हाल ही में अफरीदी की फाउंडेशन की मदद की थी
- इसके बाद युवराज सिंह और हरभजन सिंह की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई थी
- अफरीदी ने खुलासा किया कि उन्होंने एक बार कनाडा में युवराज सिंह की फाउंडेशन में दान दिया था
कराची: भारतीय क्रिकेटर्स हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी की फाउंडेशन का समर्थन किया, तब से सोशल मीडिया पर इन दोनों की जमकर आलोचना हो रही है। ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यही चर्चा है कि आखिरकार भारतीय क्रिकेटरों ने पाकिस्तानी क्रिकेटर की पहल का समर्थन क्यों किया। अब अफरीदी ने खुलासा किया है कि कनाडा में उन्होंने युवराज सिंह की फाउंडेशन को 10,000 यूएस डॉलर की राशि दान की थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्तें लंबे समय से तनावपूर्ण हैं। इसके अलावा भी दोनों देशों के बीच रिश्तों में ज्यादा मजबूती नहीं है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव खेल स्पर्धाओं पर पड़ा है। भारत और पाकिस्तान ने लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। दोनों की भिड़ंत आईसीसी क्रिकेट इवेंट्स या अन्य कई देशों के बीच खेली सीरीज में होती है।
हालांकि कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज की बात और सलाह मशविरा किया गया, लेकिर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस विषय पर अपना निर्णय बरकरार रखा।
क्रिकेट फैंस का एक तबका 'पाकिस्तान और उसके लोगों से कोई वास्ता नहीं' बात पर बरकरार है, युवराज और भज्जी की जमकर आलोचना हुई क्योंकि इन्होंने अफरीदी के समर्थन में आवाज बुलंद की। इसके जवाब में पाकिस्तानी क्रिकेटर ने एक घटना का खुलासा किया, जब उन्होंने युवी की फाउंडेशन के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाए थे।
कनाडा में किया दान
पाकिस्तानी पत्रकार साज सादिक ने शाहिद अफरीदी का बयान लिखा, 'जब मैं कनाडा में था, तो युवराज सिंह की फाउंडेशन की मदद की और 10,000 यूएस डॉलर (करीब साढ़े सात लाख रुपए) के दान की घोषणा की। हर पाकिस्तानी ने मेरा समर्थन किया और किसी ने ये नहीं कहा कि आपने दान क्यों किया, भारत की मदद क्यों की।'
युवी-भज्जी ने दिया तगड़ा जवाब
भारतीय क्रिकेटर्स युवराज सिंह और हरभजन सिंह की सोशल मीडिया पर जमकर किरकिरी हुई। इस पर युवराज और भज्जी ने ट्विटर पर लोगों को लताड़ लगाई। भारतीय क्रिकेटरों ने एकदम स्पष्ट संदेश दिया कि इस तरह की स्थिति में धर्म और राजनीतिक मामलों से ऊपर इंसानियत को जगह मिलनी चाहिए। बता दें कि युवराज और भज्जी ने पीएम केयर्स फंड व परिवारों को राशन देने वाली मदद भी की है।